आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में बनें सहभागी
चित्तरंजन क्लब में चिरेका की ओर से बुधवार को विक्रेताओं के विकास को लेकर सम्मेलन हुआ। चिरेका महाप्रबंधक सतीश कुमार कश्यप ने उद्घाटन किया।
मिहिजाम : चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना स्थित क्लब में चिरेका की ओर से बुधवार को विक्रेताओं के विकास को लेकर सम्मेलन हुआ। चिरेका महाप्रबंधक सतीश कुमार कश्यप ने उद्घाटन किया। इस दौरान विक्रेताओं से आत्मानिर्भर भारत के निर्माण के लिए विद्युत रेल इंजनों के उत्पादन में स्वदेशी निर्मित पुर्जो व संयंत्रों की आवश्यकता एवं महत्व पर उन्होंने जोर दिया।
भारतीय रेलवे के साथ जुड़कर व्यापार में आगे आने के लिए उपस्थित विक्रेता प्रतिनिधियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि रेलवे में बड़े पैमाने पर विस्तार और परिवर्तन के मद्देनजर समय की आवश्यकता के अनुसार भारतीय रेलवे की उत्पादन इकाइयों को रोलिग स्टॉक के उत्पादन के लिए बोर्ड द्वारा नया लक्ष्य दिया गया है। इसका उद्देश्य नए विक्रेताओं के विकास के साथ-साथ मौजूदा विक्रेताओं की उत्पाद श्रृंखला को बढ़ाना था। विद्युत रेल इंजन निर्माण के लिए आवश्यक वस्तुएं जो वर्तमान में आयात की जाती हैं और सीमित स्वदेशी विक्रेता आधार वाली वस्तुओं को विक्रेताओं के लिए सम्मेलन स्थल पर एक प्रदर्शनी में भी प्रदर्शित किया गया। वहीं चित्तरंजन क्लब परिसर में प्रेस वार्ता हुई। एक सवाल पर चिरेका महाप्रबंधक सतीश कुमार कश्यप ने कहा कि विक्रेताओं को प्रोफेशन पार्ट में और भी संसोधन करना चाहिए ताकि लोको इंजन को बेहतरीन किया जा सके। कहा कि विक्रेताओं को गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है। मौके पर वित्तीय वर्ष 2020-21 में 390 लोको का चिरेका को लक्षय मिला है। 2021-22 में पांच सौ लोको का लक्ष्य है। चिरेका में निर्माण नहीं होने वाली आवश्यक वस्तुएं बाहर से खरीदी जाती हैं। मौके पर प्रधान मुख्य विद्युत अभियंता आरपी मिश्रा, प्रमुख वित्तीय सलाहकार रवीज सेठ और मुख्य सतर्कता अधिकारी आर यादव ने भी अपना विचार दिया।