ऑनलाइन खाद-बीज बिक्री होगी पारदर्शी
जामताड़ा किसानों को अपने क्षेत्र की दुकानों में उचित मूल्य पर खाद-बीज उपलब्ध कराने को कृषि विभाग ने पहल शुरू की है। जिले के सभी अनुज्ञप्ति दुकान संचालकों को खाद-बीज के उठाव व वितरण को ऑनलाइन अंकित करने को कहा है। ताकि संचालक ने कब कितने खाद-बीज की आपूर्ति की और कब कितनी मात्रा में बिक्री हुई इससे विभाग अवगत हो सके।
जामताड़ा : किसानों को अपने क्षेत्र की दुकानों में उचित मूल्य पर खाद-बीज उपलब्ध कराने को कृषि विभाग ने पहल शुरू की है। जिले के सभी अनुज्ञप्ति दुकान संचालकों को खाद-बीज के उठाव व वितरण को ऑनलाइन अंकित करने को कहा है। ताकि संचालक ने कब कितने खाद-बीज की आपूर्ति की और कब कितनी मात्रा में बिक्री हुई इससे विभाग अवगत हो सके। खाद की कालाबाजारी पर रोक के लिए विभाग ने औचक छापेमारी करने का भी निर्णय लिया है। शनिवार से छापेमारी और औचक निरीक्षण भी शुरू कर दिया गया।
कृषि विभाग के राज्य समन्वयक चंदन सिंह, कृषि उपनिदेशक अजय कुमार सिंह व जिला कृषि पदाधिकारी सबन गुड़िया की मौजूदगी में आधा दर्जन दुकानों में छापेमारी की गई। इससे खाद-बीज दुकानदारों में खलबली मची है। दुकानदारों ने खरीद-बिक्री की मात्रा तिथिवार ऑनलाइन अंकित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि कतिपय दुकानों में खरीद-बिक्री व भंडारित खाद-बीज की मात्रा तिथिवार ऑनलाइन पहले से अंकित करते थे। -लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन जरूरी : अब खाद व बीज विक्रेताओं का लाइसेंस लेने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। पहले की तरह से उन्हें आवेदन लेकर अधिकारियों के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं होगी। वे घर बैठे खाद-बीज दुकान की अनुज्ञप्ति लेने संबंधित विभागीय कार्रवाई को पूरा करवा सकते हैं। लाइसेंस लेने के लिए दुकानदारों को कभी कृषि विभाग के अधिकारियों के कार्यालयों के तो कभी सरकारी खजाना अधिकारी और स्टेट बैंक आदि का चक्कर काटना पड़ता था। अब इस प्रक्रिया से दुकानदारों को मुक्ति मिलेगी। ऑनलाइन प्रक्रिया से दुकानदारों का समय भी बचेगा और उनका आर्थिक नुकसान भी नहीं होगा। मालूम हो की जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई खाद-बीज विक्रेताओं की दुकानें चल रही हैं। अब सभी को लाइसेंस लेना जरूरी है।
-- वर्जन : जिले में बगैर अनुज्ञप्ति प्राप्त खाद-बीज की दुकानें अब चलने नहीं दी जाएगी। अनुज्ञप्ति धारी दुकानदारों को निर्धारित प्रावधान का शतप्रतिशत अनुपालन करना होगा। इसे सुनिश्चित करने को लेकर जिले में खाद-बीज दुकानों में तैयार कार्ययोजना के अनुरुप छापेमारी की जाएगी। इससे दुकान के संचालन में पारदर्शिता आएगी। स्थानीय दुकान में किसानों को समय पर खाद-बीज मिल सकेगा।