कुंडहित में तीन हजार बच्चे ही ऑनलाइन क्लास से जुड़े
संवाद सहयोगी कुंडहित (जामताड़ा) कोरोना महामारी की दूसरी लहर में सरकारी स्कूलों म
संवाद सहयोगी, कुंडहित (जामताड़ा)
: कोरोना महामारी की दूसरी लहर में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए सरकार ने शिक्षकों के माध्यम से ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था की है पर इसका लाभ सभी बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। विभाग के अधिकारी कागज-कलम में ऑनलाइन पढ़ाई की आकड़ा दिखाकर सरकार को धोखे में रख रहे है।
बच्चों को स्मार्ट फोन व नेटवर्क की समस्या भी झेलनी पड़ रही है।
बता दें की कोरोना महामारी के कारण मार्च 2020 से सरकारी विद्यालयों में पठन पाठन बंद है। ग्रामीण स्तर पर बच्चों के शिक्षा पर न ही शिक्षक का ध्यान है और न ही अभिभावक का। दो साल से सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय बंद रहने से बच्चे पढ़ाई से हटकर अन्य कार्य में ध्यान लगा रहे हैं। अधिकतर बच्चों के पास स्मार्ट फोन भी नहीं है। नेटवर्क नहीं रहने की समस्या भी क्षेत्र में है। सूत्रों के मुताबिक कुंडहित प्रखंड शैक्षणिक अंचल में एक से अष्ठम तक 138 विद्यालय तथा नौवीं से बारहवीं तक 11 विद्यालय है। जहां नामांकित बच्चों की संख्या 12577 है। शिक्षा विभाग के आंकड़ा बताते है मात्र 3000 हजार बच्चे ही ऑॅनलाइन क्लास से जुड़े हुए है। जबकि हकीकत इससे भी जूदा है। कुंडहित शैक्षणिक अंचल में सरकारी विद्यालयों के कुछ ही शिक्षक ऑनलाइन क्लास करवा रहे हैं। इनमें शिक्षक सुखेन मान्ना, राखी धर, कुनाल गौस्वामी, शांतिमय माजि, कृत्यानंद झा, संजय बाद्यकर आदि का नाम लिया जा रहा है। जबकि अधिकांश शिक्षक ऑनलाइन क्लास नहीं कराते। उदाहरण के तौर पर मधुरपुर गांव के स्कूली बच्चों सुमित्रा हांसदा, शिवानी हांसदा, पुजा हासंदा, मंदिरा टुडू, वनश्री मरांडी, बासुदेव मरांडी को मंगलवार को खेलते हुए देखा गया। कोई सातवीं तो कोई नौंवी के बच्चे थे। पूछने पर बताया ऑनलाइन क्लास के बारे आज तक शिक्षक से कोई जानकारी नहीं मिली है। स्मार्ट फोन भी नहीं है।
बीईईओ एस्थेर मुर्मू ने बताया कि प्रखंड में वर्ग प्रथम से बारहवीं तक कुल 12577 नामांकित बच्चों मे 3000 हजार बच्चे ऑनलाइन क्लास से जुडे़ है।