ऑनलाइन शिक्षा से पच्चीस हजार विद्यार्थी वंचित
संवाद सहयोगी मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) एंड्राइड मोबाइल की कमी के कारण शैक्षणिक अंचल
संवाद सहयोगी, मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : एंड्राइड मोबाइल की कमी के कारण शैक्षणिक अंचल नारायणपुर के 25000 विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा से वंचित हैं। शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालय की कक्षा एक से लेकर आठ तक के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था की है। यह जिम्मेदारी शिक्षकों के कंधों पर दिया गया है। शिक्षकों को अपने- अपने विद्यालय के विद्यार्थियों को एंड्राइड मोबाइल के माध्यम से वाट्सएप ग्रुप में जोड़कर उन्हें प्रतिदिन डीजी साथ के शैक्षणिक सामग्री को डालकर उन्हें पढ़ाना है। शिक्षक भी इस निर्देश के अनुपालन में लगे हुए हैं। लेकिन इसमें एक बड़ी समस्या विद्यार्थियों के परिवार में एंड्राइड मोबाइल का नहीं रहना है।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए लॉकडाउन के दौरान विद्यालय को बंद कर दिया गया है। इस दौरान विद्यार्थी शिक्षा से वंचित नहीं रहे, इसके लिए विभाग ने डीजी साथ कार्यक्रम को लागू किया है। इस व्यवस्था को धरातल पर उतारने के लिए शिक्षक पिछले वर्ष भी विद्यार्थियों का मोबाइल नंबर वाट्सएप ग्रुप के साथ जोड़े थे। इस वर्ष भी उसे और आगे बढ़ाने का काम प्रारंभ किया लेकिन सबसे बड़ा अड़ंगा बच्चों के अभिभावकों के पास एंड्राइड मोबाइल का नहीं रहना है । यहां के 218 सरकारी विद्यालयों ने अभी तक करीब 6000 विद्यार्थियों को ही डीजी साथ के साथ जोड़ा है। शेष 25000 विद्यार्थी इस कार्यक्रम से जुड़ नहीं सके हैं । लिहाजा जो बच्चे इस कार्यक्रम के साथ नहीं जुड़ पाए हैं, वे पिछले एक वर्ष से शिक्षा से वंचित हैं । वैसे विद्यार्थियों ने पढ़ाई में जो भी सीखा था वह भी भूल चुके हैं । आनलाइन शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए शिक्षा विभाग को दूसरी व्यवस्था करने की मांग अभिभावकों की ओर से उठने लगी है। क्षेत्र के अभिभावक मदन मंडल, महेश सिंह संतोष कुमार आदि ने कोई दूसरी वैकल्पिक व्यवस्था की मांग शिक्षा विभाग से की है।
अभिभावकों ने बताया एंड्राइड मोबाइल सभी परिवारों में मौजूद नहीं है। उनकी आर्थिक क्षमता इतनी नहीं है कि हम एंड्राइड मोबाइल रख सकें। जब तक विद्यालय नहीं खुल जाता है तब तक मोहल्ला क्लास पर शिक्षा विभाग को जोर देना चाहिए। इस बाबत बीईईओ कैलाशपति पातर ने बताया ऑनलाइन शिक्षा से जोड़ने के लिए विभाग अब भी सक्रिय है। हम अधिक से अधिक बच्चों को इस कार्यक्रम के साथ जोड़कर शिक्षा देने का कार्य करेंगे।