साक्ष्य के अभाव में छह साइबर आरोपितों को छोड़ा, एक को जेल
संवाद सहयोगी मुरली पहाड़ी (जामताड़ा) जामताड़ा से स्कॉर्पियो से पश्चिम बंगाल जाने वाले सात लोगो
संवाद सहयोगी मुरली पहाड़ी (जामताड़ा): जामताड़ा से स्कॉर्पियो से पश्चिम बंगाल जाने वाले सात लोगों के झुंड में शामिल सलामत साइबर अपराधी निकला। वह खुद ऑनलाइन ठगी नहीं करता था पर विभिन्न बैंक खातों से उड़ाई गई राशि को साइबर अपराधियों के कहने पर एटीएम से निकालकर उन तक पहुंचाता था। अन्य छह को मुक्त कर दिया गया।
इसके पूर्व सोमवार को देर रात तक थानेदार शुभांशु जैन तथा अन्य पुलिस अधिकारी ने बारी-बारी से सभी सात लोगों से गहन पूछताछ की थी। प्रारंभिक जांच में सलामत अंसारी के पास से दो पेटीएम का एटीएम कार्ड और एक कर्नाटक बैंक और एक आसीआइसी बैंक का एटीएम कार्ड मिला था। सलामत ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि अभी तक ठगी का काम नहीं किया है।
सलामत मटटांड़ निवासी : अलाउद्दीन अंसारी का पुत्र सलामत अंसारी (24) करमाटांड़ के मट्टटांड़ का निवासी है। उसके खिलाफ साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। दरअसल इसी गांव के हुसैन अंसारी का बेटे दुर्गापुर अस्पताल में भर्ती है। वह पुत्र को देखने जा रहा था। स्कार्पियो को किराए पर लिया था। साथ में सहयोग के लिए उसने कुछ परिचय के लोगों को ले लिया था। सलामत भी उसी में था। जब सूचना मिली तो थानेदार शुभांशु जैन पीछे पड़ गए। उनका शक तब और गहरा गया जब स्कार्पियो को हाथ देने के बाद भी नहीं रुकी। तब पूर्व टुंडी व निरसा पुलिस को जैन ने सूचना दी। नारायणपुर पुलिस पीछा कर रही रही थी। अंत में सभी दबोच लिए गए।
वर्जन : सलामत ने पूछताछ में बताया कि पेटीएम के दो एटीएम कार्ड तथा अन्य बैंकों के दो एटीएम कार्ड के जरिये ठगी किये गए रुपये बंगाल से वह निकालने वाला था। इसलिए उनलोगों के साथ वह निकला था। उसे साइबर थाना की पुलिस को सौंप दिया गया है। अन्य छह लोगों के खिलाफ किसी प्रकार का कोई साक्ष्य नहीं मिला। इसलिए उन्हें मुक्त कर दिया गया है ।
---शुभांशु जैन, थाना प्रभारी, नारायणपुर।