सकलपुर में सड़क नहीं, लोग गुजरते है पगडंडी से
संवाद सहयोगी मुरली पहाड़ी (जामताड़ा) सकलपुर एक ऐसा ग्राम जहां सड़क जैसी महत्वपूर्ण सुविध
संवाद सहयोगी मुरली पहाड़ी (जामताड़ा): सकलपुर एक ऐसा ग्राम जहां सड़क जैसी महत्वपूर्ण सुविधा नहीं रहने के कारण लोगों को आवाजाही में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लोगों को गांव से बाहर जाने के लिए प्रतिदिन समस्या से दो चार होना पड़ता है। क्योंकि जिस रास्ते का उपयोग यहां के ग्रामीण करते हैं वह कोई सरकारी सड़क नहीं है। लोग जमाबंदी पगडंडी का इस्तेमाल कर गांव से बाहर व गांव में प्रवेश करते हैं। वह रास्ता भी अभी धान की खेती के वजह से बंद कर दिया गया है। यह ग्राम नारायणपुर प्रखंड मुख्यालय से16 किलोमीटर की दूरी पर बसा है।
---बाइक भी मुश्किल से पहुंचती : आदिवासी समाज के करीब 35 परिवार इस टोले में वर्षों से रहते आए है। यहां की आबादी करीब 400 है। यहां के लोग मजदूरी पर आश्रित हैं। यह टोला बराकर नदी के उत्तरी छोर पर अवस्थित है। यहां न तो जाने का रास्ता है और न तो कोई अन्य सुविधाएं। यह टोला आजादी के सात दशक बाद भी सरकारी उपेक्षाओं का दंश झेल रहा है। यहां की मूलभूत सुविधाओं के प्रति कोई गंभीर नहीं है । यह टोला पक्की सड़क से आधा हाफ किलोमीटर दूर पर अवस्थित है। यहां चारपहिया वाहन तो दूर बाइक भी पहुंच जाय तो गनीमत है। जब यहां कोई महिला प्रसव पीड़ा से तड़पती है तो उन्हें खटिया में साज कर मुख्य सड़क तक पहुंचाया जाता है। ताकि उन्हें एंबुलेंस या किसी वाहन के सहारे अस्पताल ले जाया जा सके। ---बरसात में गांव से निकलना दूभर : बरसात के दिनों में खेतों में धान की फसल लगने पर ग्रामीणों को ग्राम से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। वे दूर घूमकर खेत के मेड़ पर चलकर गांव से बाहर जाते हैं। अब खेतों में धान की रोपाई हो जाने के कारण खेत के मेड़ में भी आवाजाही करने लोगों को मुश्किल हो रही है। क्या कहते हैं ग्रामीण :
---हमलोग सड़क जैसी महत्वपूर्ण समस्या से जूझ रहे हैं। हमारे विकास पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। हमारा टोला पक्की सड़क से आधा किलोमीटर दूर है। हमें सड़क की सुविधा मिलनी चाहिए ।
-- दशरथ किस्कू ग्रामीण सकलपुर ---इस टोला के जन्म लिए वर्षों गुजर गए। उसके बाद भी यहां के मूलभूत समस्याओं के निदान के लिए कोई पहल नहीं हुई। देश में डिजिटल क्रांति की बात हो रही हो और हमें एक सड़क नसीब नहीं हो, इससे बड़ा दुर्भाग्य की बात क्या हो सकती है। --मदन हंसदा ग्रामीण सकलपुर ---- बरसात में यहां से कहीं जाना आना दूभर हो जाता है। गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए कोई सड़क नहीं है। हमलोग कई बार सड़क का मांग किए पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
--- जगदीश राय ग्रामीण सकलपुर ---इस गांव में चार पहिया वाहन आने का रास्ता नहीं है। ऐसे में अधिकारी यहां नहीं पहुंचते। लोग तो किसी प्रकार पैदल खेत की पगडंडी का सहारा लेकर बाहर जाते हैं। सरकार सड़क की सुविधा उपलब्ध कराए ।
--- लाल मोहन महतो ग्रामीण इरकिया
---क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि : देवलबाड़ी पंचायत समिति सदस्य लूट लाल गोप ने बताया कि सकलपुर के आदिवासी टोला में सड़क की समस्या बरसों से है। यह टोला पक्की सड़क से आधा किमी दूर है। लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी होती है। यहां सड़क की सुविधा लोगों को मिले, इसके लिए अधिकारी को पत्र लिखेंगे।
--- लूट लाल गोप, पंचायत समिति सदस्य, देवलबाड़ी पंचायत