बच्चे भी इबाइत में बढ़-चढ़कर ले रहे भाग
संवाद सूत्र जामताड़ा जैसे-जैसे रमजान महीना खत्म होने जा रहा है मुस्लिम समुदाय के लोग इबादत
संवाद सूत्र, जामताड़ा : जैसे-जैसे रमजान महीना खत्म होने जा रहा है, मुस्लिम समुदाय के लोग इबादत में अपना जज्बात दिखा रहे हैं। रमजान का आधा महीना गुजर चुका है। जवान, बड़े, बूढ़े, महिलाएं जिस तरह रोजा रखने में दिलचस्पी दिखा रही है मुस्लिम समाज के छोटे बच्चे भी कहीं पीछे नहीं हैं। छोटी उम्र के बच्चे भी इबादत में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। जामताड़ा के नन्हें रोजेदारों ने इस ंप्रकार अपनी भावनाएं व्यक्त की।
--- पिछले कई वर्षों से लगातार रमजान महीने में इबादत करने के साथ रोजा रखते हैं। इफ्तार के समय दाना पानी रखकर इंतजार करने में बहुत मजा आता है। सबों को रोजा रखना चाहिए। इससे मन को सुकून मिलता है। ----दस वर्षीय खुशबू खातून।
---- इस वर्ष रमजान में एक-दो ही रोजा रख पाए हैं। अभी मौसमी बुखार ने तांडव मचाया है। इसलिए इस वर्ष रोजा नियमित नहीं रख पाए। फिर भी अल्लाह से दुआ मांगती हूं ऐसी बीमारी किसी पर लानत ना हो। अल्लाह सबों को बचाए। ---नौ वर्षीय फातिमा खातून।
---- रमजान महीने में सब कोई इबादत करते हैं। उनके साथ हम भी शामिल होकर मुल्क के अमन और शांति के लिए परवरदिगार से दुआ मांगते हैं । अल्लाह कोरोना महामारी को खत्म कर लोगों पर शांति और रहम फरमाए।
----दस वर्षीय शहजाद अंसारी। ---- घर परिवार के लोगों को रोजा रखते देख उनसे प्रेरित हुए और खुद रोजेदार बन गए। रोजा रखने से किसी तरह कोई तकलीफ नहीं होती है। घर में रहकर आराम के साथ खूब मन लगाकर इबादत करते हैं। कोरोना महामारी से अल्लाह दुनिया वाले को निजात दिलाएं।
---आठ वर्षीय फहद अंसारी।