इस वर्ष मां चड़का देवी पूजा में नहीं लगेगा मेला
संवाद सूत्र मिहिजाम (जामताड़ा) मिहिजाम थाना क्षेत्र के गोराईनाला स्थित चाड़का पहाड़ी स्थान
संवाद सूत्र, मिहिजाम (जामताड़ा) : मिहिजाम थाना क्षेत्र के गोराईनाला स्थित चाड़का पहाड़ी स्थान पर मां चड़का देवी मंदिर में इस वर्ष लोगों को मेला का आनंद नहीं मिलेगा। केवल मां चड़का देवी की पूजा श्रद्धालु कर पाएंगे। जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए देवी पूजा समिति ने यह फैसला लिया है।
आयोजकों ने बताया कि पूजा 16 से 17 मई को की जाती है। इस दौरान पूर्व के दिनों भव्य मेला लगता था। परंतु कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ रहे मामले को देखते हुए भीड़ नहीं लगने देने के फैसले के तहत मेला को स्थगित कर दिया गया है। कोविड 19 वायरस नियंत्रण को सरकार के लागू नियम का अनुपालन किया जायेगा। केवल मां के मंदिर में पूजा होगी और शारीरिक दूरी व मास्क का उपयोग अनिवार्य होगा।
चड़का देवी पूजा व मेला के लाइसेंस धारी परिमल मंडल ने बताया कि कोविड 19 संक्रमण के खतरे से निपटने के लिए मेला नहीं लगेगा। मेला होने से लोगों की भीड़ होगी। दूर- दराज से लोग मेला में पहुंचेंगे। लोग मेला में शारीरिक दूरी का ख्याल नहीं करेंगे। ऐसे में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा बना रहेगा। बताया कि इस कारण समिति ने मेला नहीं लगाने का फैसला लिया है।
गौरतलब हो कि मां चड़का देवी पूजा पिछले तीन सौ वर्ष से यहां हो रही है। यहां संथाली, मुस्लिम, हिदू सहित कई धर्म मानने वाले लोग अपनी मनोकामना के लिए पूजा करने आते है। मां की पूजन सामग्री में श्रद्धालु मिट्टी के घड़े, बताशा, फूल व कई प्रकार के पूजन सामग्री को अर्पित कर अपनी मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना करते हैं। क्षेत्र के अलावा पश्चिम बंगाल व बिहार से भी कई श्रद्धालु पूजा के लिए यहां पहुंचते हैं। मां की पूजा में पशु पक्षी की बली देने की प्रथा का निर्वहन किया जाता है। मान्यता है कि मां चड़का देवी घोड़े पर सवार होकर गांव के चारों ओर भ्रमण करती है और गांव के निवासियों की रक्षा करती है। चड़का देवी मां काली का स्वरूप मानी जाती है।