ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने की कवायद शुरू
सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने की कवायद आरंभ
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने की कवायद शुरू
फोटो न. 12,13
-- उपायुक्त ने स्वास्थ्य केंद्र में सुविधा विस्तार करने का दिया निर्देश
-- 28 स्वास्थ्य केद्रों को हेल्थ वैलनेस सेंटर में परिवर्तित करने का फैसला
-- संवाद सहयोगी, जामताड़ा : 15वीं वित्त आयोग की अनुशंसा पर स्वास्थ्य क्षेत्र में उपलब्ध अनुदान राशि से सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त किया जाएगा, ताकि मरीजों को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में प्राथमिक उपचार की सुविधा समय पर उपलब्ध हो सके। सोमवार को उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज ने अपने कार्यालय कक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान यह बातें कही। उपायुक्त ने भवन विहीन हेल्थ सब सेंटर, प्रखंड स्तरीय पब्लिक हेल्थ यूनिट्स में सहयोगी चिकित्सकीय आधारभूत संरचना के विस्तार को लेकर भी चर्चा की। मौके पर उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को सुदूरवर्ती क्षेत्र में चल रहे सभी श्रेणी के स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सुविधा विस्तार को लेकर सकारात्मक पहल करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि जिले के कई क्षेत्रों में भवन विहीन हेल्थ सब सेंटर है। इस निमित्त किस्टोपुर(नाला) , गायपथर(कुंडहित), बामनबंधी(फतेहपुर), सहजपुर (करमाटांड), कानाडीह(नारायणपुर) को अनुमोदन किया गया। विभिन्न प्रखंडों के 28 ऐसे जगहों को चिह्नित किया गया है जहां हेल्थ सब सेंटर को हेल्थ वैलनेस सेंटर में परिवर्तित किया जाना है। ऐसे सेंटर की सूची सिविल सर्जन को उपलब्ध कराते हुए आवश्यक पहल करने का निर्देश दिया है।
इस निमित्त उपायुक्त ने संबंधित अंचल अधिकारी को अनुमोदित किए गए सभी स्थानों का जमीन से संबंधित अद्यतन स्थिति से अवगत कराने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि 15वीं वित्त आयोग की अनुशंसा के आलोक में स्वास्थ्य प्रक्षेत्र के लिए अनुदान अंतर्गत उपलब्ध कराई गई राशि का उपयोग मुख्य रूप से ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी पर किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र से लेकर सीएचसी तक की चिकित्सकीय आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ किया जाएगा। दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता पर ज्यादा जोर है, ताकि मरीजों को सामान्य चिकित्सकीय देखभाल के लिए जिला अस्पतालों तक नहीं जाना पड़े। इसके तहत एचएससी, पीएचसी में चिकित्सकीय आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने पर जोर दिया जाएगा।
मौके पर डीआरडीए निदेशक जावेद अनवर इदरीसी, सिविल सर्जन डा. एसके मिश्रा, कार्यपालक पदाधिकारी नगर निकाय,डीपीएम संगीता लुसी बाला एक्का आदि पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।