कृषि ॠण माफी योजना के लाभ से सैकड़ों किसान रहेंगे वंचित
गाइडलाइन में जिन कृषि ऋण धारकों का ऋण खाता मार्च 2020 तक बेहतर परफॉर्मेस में है और खाते में बेहतर लेनदेन हुआ है तभी उन्हें ऋण माफी का लाभ मिल पाएगा।
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : राज्य सरकार की कृषि ऋण माफी योजना से किसानों में कहीं खुशी तो कहीं गम है। योजना की जारी गाइडलाइन के मुताबिक बहुत ज्यादा किसानों को इससे लाभ मिलने की उम्मीद नहीं है। गाइडलाइन में जिन कृषि ऋण धारकों का ऋण खाता मार्च 2020 तक बेहतर परफॉर्मेस में है और खाते में बेहतर लेनदेन हुआ है, तभी उन्हें ऋण माफी का लाभ मिल पाएगा।
इन तमाम नियमों की वजह से कई किसान इस योजना के लाभ से वंचित हो जाएंगे, क्योंकि क्षेत्र के अधिकतर किसानों के कृषि ऋण खाता मार्च 2020 तक अपडेट नहीं है। ना ही उनके खातों में बेहतर तरीके से लेनदेन नहीं हुआ है। जबकि किसानों को उम्मीद थी कि राज्य सरकार ने चुनाव के वक्त जो वादा किया था, एसके अनुसार पुराने से लेकर नए कृषि ऋण धारकों का ऋण माफ हो जाएगा। ठीक वैसे ही, जिस प्रकार डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार में कृषि ऋण माफी हुई थी। पर अब हजारों किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा।
सरकार ने किसानों को झुनझुना पकड़ाया है। ऐसी योजना से क्या फायदा, जिससे सभी किसानों को लाभ ही नहीं मिले। एक बैंक में मुश्किल से 20 से 25 किसानों को लाभ मिल पाएगा।
- मुकेश तिवारी, किसान, बड़बाहाल। कृषि ऋण माफी योजना किसानों के साथ धोखा है। घोषणा होने के बाद किसानों को यह भरोसा था कि उनका ऋण माफ हो जाएगा, लेकिन अब इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा।
- विश्वनाथ मरांडी, किसान, धनजोरी।
सरकार की नियमावली ने बहुत किसानों को कृषि ऋण माफी योजना से वंचित रखा है। राज्य सरकार को प्रत्येक किसान की चिता करनी चाहिए थी लेकिन सरकार यह काम नहीं की।
- देविका सेन, किसान, रामनगर।
जब सभी किसानों का ऋण माफ नहीं हो सकता था तो चुनावी घोषणा पत्र में इसे शामिल ही नहीं करना चाहिए था। चुनावी वादे भर यह योजना रह गई।
- अजीत सिंह, किसान, दक्षणीडीह