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पांचवी अनुसूची एक्ट को प्रभावी बनाएं वरना उग्र आंदोलन

संवाद सहयोगी जामताड़ा राज्य के अधिसूचित क्षेत्रों में पांचवीं अनुसूची एक्ट को प्रभावकारी बनाया

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Dec 2021 12:02 AM (IST)Updated: Fri, 10 Dec 2021 12:02 AM (IST)
पांचवी अनुसूची एक्ट को प्रभावी बनाएं वरना उग्र आंदोलन
पांचवी अनुसूची एक्ट को प्रभावी बनाएं वरना उग्र आंदोलन

संवाद सहयोगी, जामताड़ा : राज्य के अधिसूचित क्षेत्रों में पांचवीं अनुसूची एक्ट को प्रभावकारी बनाया जाए। इतना ही नहीं अंग्रेज शासन काल से चल रही पांचवीं अनुसूची एक्ट को संबंधित क्षेत्र में समृद्ध व सशक्त बनाए रखने के लिए इन क्षेत्रों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरकारी गतिविधि को सरकार वापस लिया जाए, अन्यथा मांग के समर्थन में गांव से लेकर प्रदेश स्तर तक ग्राम प्रधान के अधिकार को लेकर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। संगठन उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएगा। यह गुरुवार को जामताड़ा गांधी मैदान में संपन्न जिला स्तरीय मासिक बैठक में परंपरागत ग्राम प्रधान ने लिया है।

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बैठक में संगठन की मजबूती के लिए पंचायत स्तरीय सम्मेलन का निर्णय लिया गया। पंचायत स्तरीय सम्मेलन जामताड़ा प्रखंड के विभिन्न पंचायत से शुरू होगी। जिला अध्यक्ष अजीत दुबे ने कहा कि अंग्रेज शासन काल से अब तक पांचवीं अनुसूची एक्ट में इसी प्रकार का संशोधन नहीं हुआ है। इसके बावजूद भी गांव पंचायत प्रखंड व जिला स्तर पर विभागीय उदासीनता के कारण एक्ट का ल्लंघन हो रहा है। एक्ट के उल्लंघन होने से योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है भ्रष्टाचार चरम सीमा पार कर चुका है। जिला प्रशासन इस दिशा में आवश्यक पहल करे।

जिला मंत्री शिवलाल मुर्मू ने कहा अधिसूचित क्षेत्र में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का कोई प्रावधान नहीं है। इसके बावजूद भी सरकार ने आदिवासी मूलवासी को धोखे में रखकर पांचवीं अनुसूची एक्ट में बगैर संशोधन के पंचायत चुनाव संपन्न कराया। राज्य सरकार के ऐसे कारनामे से अधिसूचित क्षेत्र के ग्राम प्रधान, मानकी, मुंडा आक्रोशित हैं। जिले में सबसे पहले जामताड़ा प्रखंड की 25 पंचायतों में पंचायत स्तरीय सम्मेलन होगा पंचायत स्तरीय सम्मेलन 18 दिसंबर को सुपाईडीह पंचायत भवन से शुरू होगी। यहां दक्षिण बहाल सुपाईडी व शहर पुरा पंचायत के ग्राम प्रधान व उसके सहयोगी सम्मेलन में शामिल होंगे।

निर्णय लिया गया कि गांव से लेकर जिला स्तर तक परंपरागत ग्राम प्रधान व उसके सहयोगी प्रतिनिधियों का संगठन सशक्त व समृद्ध बनाने के लिए जिले की 118 पंचायतों में पंचायत स्तरीय सम्मेलन का आयोजन करें। सम्मेलन में यह शपथ लें की पांचवीं अनुसूची एक्ट का जहां उल्लंघन होगा। वहां जोरदार आंदोलन होगा। जामताड़ा प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल रज्जाक, फतेहपुर प्रखंड अध्यक्ष सुनील सोरेन, नारायणपुर प्रखंड अध्यक्ष हेमन मुर्मू, कर्माटांड़ प्रखंड अध्यक्ष धनंजय सिंह, जामताड़ा के संरक्षक मनोजित सरखेल, मृत्युंजय सिंह, दुबराज भंडारी, अशोक सिंह, जय राम राय, महावीर महतो समेत सैकड़ों ग्राम प्रधान मौजूद थे।

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सम्मेलन को लेकर प्रतिनिधि चयनित हुए

जामताड़ा प्रखंड की 25 पंचायतों में पंचायत स्तरीय परंपरागत ग्राम प्रधान के सम्मेलन के सफल क्रियान्वयन को लेकर प्रतिनिधि का चयन किया गया है। चयनित प्रतिनिधि में बौद्धबांध के मनोजित सरखेल, सहरपुरा के उज्जवल बावरी, कुड़का के मृत्युंजय सिंह, भरचंडी के महादेव पंडित, बेवा के अमित पाल, शहरडाल के नयन मजूमदार, ग्वाल पीपला के बालेश्वर हेमाराम, कुबेदेदिया के बासुदेव गोराय, रघुनाथपुर के भुवनेश्वर हंसदा, बरजोरा के सुभाष चंद्र महतो, मोहड्डा के नेयामुल हक, सुख जोड़ा के अशोक सिंह, तिला बाद के साधन कुमार मांझी को प्रतिनियुक्त किया गया है। प्रतिनियुक्त प्रतिनिधि प्रत्येक पंचायत स्तरीय शिविर में शामिल होंगे। पोषक क्षेत्र के प्रतिनिधि को दायित्व दिया गया है कि अपने आसपास गांव के प्रधान व ग्राम प्रधान के सहयोगी की उपस्थिति सुनिश्चित कराएगा।


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