महिलाओं ने बुलंद की अपने अधिकार की आवाज
सोमवार को जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी गैर सरकारी संस्थानों समेत महिला संगठनों ने अलग-अलग अंदाज में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया।
जामताड़ा : सोमवार को जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी गैर सरकारी संस्थानों समेत महिला संगठनों ने अलग-अलग अंदाज में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। जामताड़ा सदर अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. आशा एक्का के नेतृत्व में अस्पताल कर्मियों के बीच महिला जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने रैली निकाल कर सशक्तीकण को महिलाओं को जागरूक किया।
महिलाएं पुरुषों से पीछे नहीं : सीएस सदर अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ. एक्का ने कहा देश की आधी आबादी महिलाओं की है। बगैर महिला के प्रयास से परिवार, समाज, राज्य तथा देश का कल्याण नहीं है। वर्तमान समय में किसी भी क्षेत्र में पुरुषों की तुलना में महिलाएं कम प्रतिभावान नहीं हैं। महिलाओं को उत्साह पूर्वक पुरुष की बराबरी हर क्षेत्र में करनी चाहिए। वैश्विक कोरोना महामारी के 11 माह की विषम परिस्थिति में महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने जिस प्रकार अपना दायित्व का निर्वहन किया है, उससे यह साबित होता है कि आने वाले समय में महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा किसी क्षेत्र में पीछे नहीं रहेंगी। स्कूल में शिक्षिका व छात्र सम्मानित : संत एंथोनी स्कूल कायस्थ पाड़ा में स्कूल प्रबंधन ने निदेशक डॉ. दुर्गादास भंडारी के नेतृत्व में एक समारोह का आयोजन कर छात्राओं एवं शिक्षिकाओं के बीच महिला अधिकार व विकास में महिलाओं की भूमिका पर आधारित निबंध प्रतियोगिता की गई। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली शिक्षिका तथा छात्राओं को स्कूल प्रबंधन की ओर से प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया। निदेशक ने कहा आधुनिक सुविधाओं की ओर समाज परिवार तथा राज्य बढ़ रहा है। उसी अनुपात में छात्राएं तथा महिलाएं भी आत्मनिर्भर बनते हुए परिवार, समाज, राज्य को समृद्ध बनाने का काम कर रही हैं।
आरसेटी प्रशिक्षण केंद्र में कार्यक्रम : एसबीआइ प्रायोजित आरसीटी प्रशिक्षण संस्थान में सदर प्रखंड स्थित प्रशिक्षण भवन में महिला दिवस समारोह मनाया गश। कार्यक्रम में सिलाई-कढ़ाई सीख रहीं 30 महिलाएं शामिल हुईं। प्रशिक्षण केंद्र के निदेशक बबलू मरांडी ने कहा कि आरसीटी प्रशिक्षण केंद्र महिलाओं को इच्छा अनुसार निशुल्क प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार से जोड़ा जा रहा है। प्रशिक्षण लेकर सैकड़ों महिलाएं व्यवसाय विस्तार कर चुकी हैं और परिवार को आत्मनिर्भर बना रहीं हैं। कॉलेजों में भी मना महिला दिवस : जामताड़ा महाविद्यालय जामताड़ा, महिला महाविद्यालय जामताड़ा, प्रखंड सह अंचल कार्यालय, सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय जामताड़ा में भी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्यक्रम हुआ। मौके पर कार्य के प्रति समर्पित ऊर्जावान महिला कर्मियों को सम्मानित किया गया। महिला संध्या महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ विमल किशोर सिंह, रोशन आरा, सुदिप्ता पाल, डॉक्टर पूनम मिश्रा व छात्राएं उपस्थित थीं।
करमाटांड़ में जेएसएलपीएस ने महिलाओं को किया सम्मानित
करमाटांड़ प्रखंड की ताराबहाल पंचायत के निजकजरा विद्यालय परिसर में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस जेएसएलपीएस ने समारोह पूर्वक मनाया। ताराबहाल, मोहनपुर, नावाडीह पंचायत के स्वयं सहायता समूह की सदस्यों ने भाग लिया। विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर महिलाओं को सामाजिक बराबरी देने पर बल दिया गया। मंच संचालन समाजसेवी परमेश्वर दास ने किया। सभी अतिथियों को माला पहनाकर स्वागत किया गया। जेएसएलपीएस के पदाधिकारियों ने महिलाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। परमेश्वर दास ने कहा कि महिलाओं के अधिकार, समानता व सशक्तीकरण के लिए दृढ़संकल्प लेना होगा। प्रीतम दिक्षित ने कहा कि स्वयं सहायता सखी मंडल से जुड़ी सभी दीदियों को अपने-अपने गांव में समुचित तरीके से ग्रुप को संचालित करके आत्मनिर्भर बनना होगा। मौके पर मुख्य रूप से ताराबहाल मुखिया शांति बेसरा, नावाडीह मुखिया गुल मोहम्मद अंसारी, शेखर भैया, पंचायत सचिव रंजीत दास, शंकर भंडारी, प्रीतम महतो, दुलाल दास, रोशन लाल दास,लीला देवी, सुमित्रा देवी, राहुल महतो, दिवाकर महतो, बीरेंद्र महतो, अभिजित दास आदि उपस्थित थे। तेजस्विनी क्लब ने निकाली रैली : सोमवार को महिला दिवस पर करमाटांड़ प्रखंड के बिराजपुर क्लस्टर के तेजस्विनी क्लब पिपरासोल, शिमला, रिगोचिगो, गुनिडीह, मोहनपुर, बिराजपुर और चरकी पहाड़ी में जागरूकता रैली के साथ क्लब में महिला अधिकार को बढ़ावा देने का कार्यक्रम किया गया। क्लस्टर के समन्वयक नितेश कुमार गुप्ता ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से गांव की किशोरी व महिलाएं अपने अधिकार के बारे में जान सकेंगी। इन दिनों महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं में मानो उफान सा आ गया है। ऐसा कोई दिन नहीं जब महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं की खबर नहीं आती हो। भ्रूण हत्या की घटना भी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में सभी को जागरूक होकर अब बेटा बेटी के भाव को मिटाना होगा तभी समाज आगे बढ़ेगा।
नारायणपुर में महिलाएं हुई सम्मानित
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नारायणपुर, सबनपुर, मंझलाडीह समेत अन्य स्थानों पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर महिलाओं को सम्मानित किया गया। नारायणपुर ब्लॉक प्रांगण में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप प्रमुख दलगोविद रजक ने कहा कि महिलाएं अब अबला नहीं बल्कि मार्गदर्शी हैं। इनसे सीख लेकर हमें आगे बढ़ना चाहिए। महिलाओं के कार्य अनुकरणीय है। महिलाओं को शासन प्रशासन से किसी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता हो तो निसंकोच कहें। सभी सहयोग के लिए तत्पर हैं। इस अवसर पर नारायणपुर थाने के एएसआइ रंजीत राम, एसबीआइ नारायणपुर के घनश्याम सिंह, पूनम देवी, परवेज अंसारी, पप्पू सोरेन, हीरामुनी सोरेन, गीता देवी, कविता सिंह, सुधा देवी आदि उपस्थित थे।
महिलाओं को सम्मान करने का दिन हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया के तहत संचालित तेजस्विनी परियोजना के माध्यम से नारायणपुर प्रखंड के सबनपुर, दीघारी, पोस्ता, नारोडीह, नावाडीह आदि स्थानों पर धूमधाम से महिला दिवस मनाया गया। वक्ताओं ने कहा कि अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही महिलाओं का सम्मान करने और उनकी उपलब्धियों का उत्सव मनाने का दिन है। भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी एक सामान्य मध्य वर्गीय परिवार से संबंध रखने वाली इस बेटी ने मिग-21 फाइटर प्लेन उड़ाकर इतिहास रचा है। महिलाएं हर क्षेत्र में वे पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मजबूती से खड़ी हैं। मौके पर रंजीत सिंह, राघवेंद्र नारायण सिंह, बाबूलाल दास, तापस, समद्दर, गौतम भगत, रेशमा परवीन, तनवीर जहां, सलमा खातून, अनुराधा कुमारी, शारदा कुमारी टुंपा मंडल, रेखा मंडल, ममता देवी, सुनीता हेंब्रम, पिकी पंडित, रुखसाना खातून आदि थे। महिलाओं के सम्मान में नहीं हो कमी
मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ नारायणपुर की ओर से महिला दिवस पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने की। जिला अध्यक्ष ने कहा कि महिलाओं का सम्मान हर हाल में होनी चाहिए। सामाजिक कुरीतियां दूर होनी चाहिए। समाज में रह रहे हर वर्ग के लोगों में महिलाओं के प्रति सम्मान और आदर होनी चाहिए। विचार गोष्ठी में शिक्षक मोहम्मद वशी आलम ने कहा कि सरकार के नीति के अनुरूप महिलाओं के शैक्षणिक विकास के सारे प्रावधान किए गए हैं। परंतु अपेक्षित लक्ष्य अभी अप्राप्त है। इसमें समाज और सरकार दोनों को विशेष पहल करने की आवश्यकता है। शिक्षक विकास चक्रवर्ती, शिक्षक विनोद कुमार ने महिला शिक्षा को बढ़ावा देने, दहेज प्रथा समाप्त करने पर बल दिया। सालुका व गेड़िया में नुक्कड़ नाटक :
बिदापाथर : महिला दिवस पर सालूका व गेड़िया पंचायत भवन में महिला समूह के सदस्यों की ओर से नुक्कड़ नाटक व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर सालुका में महिला समूह की सुप्रभा कुमारी ने कहा कि परिवार को स्वर्ग बनाने में नारी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आजकल घर में बेटी जन्म लेने से लोगों में खुशी होती है। बेटी को लक्ष्मी का रूप माना जाता है। झारखंड राज्य मे बाल विवाह की प्रथा काफी बढ़ी है। इसे रोकना जरूरी है। मौके पर उत्तम कुमार, नैनी प्रसाद गोराई, उत्तम पाल, दिलीप पाल, मल्लिका कुमारी, मीनू कुमारी आदि उपस्थित थे। कुंडहित में बेहतर कार्य करने वाली दीदी सम्मानित :
कुंडहित : महिला दिवस के अवसर पर कुंडहित प्रखंड स्थित जेएसएलपीएस कार्यालय में महिला दिवस मनाया गया। आदिवासी नृत्य गीत के साथ मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य भजहरि मंडल और प्रमुख रोबोनी मुर्मू का स्वागत किया गया। महिलाओं का सम्मानित किया गया। सभी क्लस्टर से आई महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। जिप सदस्य मंडल ने बताया कि आज महिलाएं घर पर बैठने वाली नहीं है। देहरी लांघ कर अलग पहचान बना रही हैं। बाबूपुर पंचायत के स्वयं सहायता समूह की महिलाएं साबुन बनाकर आत्मनिर्भर हो रही हैं। प्रमुख रोबनी मुर्मू ने महिलाओं को शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न रोजगार में जुड़कर स्वावलंबी बनने की अपील की। स्वयं सहायता समूह में बेहतर कार्य करने वाले दीदियों को पुरस्कृत किया गया। मौके पर शशि राज लाल, एडमिन सौरभ भारत, पीआरपी रंजीत यादव, जीआरपी अब्दुल रजाक, एडब्ल्यू मौसमी मंडल, मीनू फौजदार, और सखी मंडल की दीदी उपस्थित थीं। रसोई गैस की कीमत बढ़ने के खिलाफ नारेबाजी : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सोमवार को गांधी मैदान से अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने केंद्र के खिलाफ खिलाफ झंडा, बैनर व गैस सिलेंडर की प्रतिमूर्ति थामे महिलाओं ने रैली निकाली। रैली मुख्य बाजार, स्टेशन रोड होते हुए सुभाष चौक पहुंची। यहां रैली सभा में तब्दील हो गई। महिलाओं ने महंगाई और रसोई गैस की कीमतों में लगातार हो रही मूल्य वृद्धि पर पीएम के खिलाफ नारेबाजी की। खाली सिलेंडर वापस लो, इंकलाब जिदाबाद के नारे भी लगाए गए। महिलाओं ने महिला दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए समाज की आधी आबादी के उत्थान के लिए संघर्ष करने पर जोर दिया और कहा की मौजूदा पूंजीवादी सरकार के अधीन आज नारियों पर अत्याचार और जुल्म बदस्तूर जारी है। सरकार से गुजारिश है कि महिलाओं की समस्याओं को अनदेखी ना करके उनके जायज अधिकारों के लिए और उन पर अत्याचार करने वालों को कड़ी सजा दे। जिलाध्यक्ष कामिनी रंजन ने कहा कि केंद्र सरकार ने गैस सिलेंडर दिया है। क्या सभी महिलाएं बराबर हैं। कोई दूसरे के घरों में बर्तन मांजती हैं तो कई झाड़ू पोछा करती हैं। हमलोग कोयला और लकड़ी पर खाना बनाने को मजबूर हैं। मौके पर जानकी देवी, भागवती देवी, नजमा खातून, मीणा मल्लिक, तुली देवी, प्रमिला देवी, चुमकी दास, जवा दास, बेला दास, मेहरून बीबी, रोशन खातून सहित काफी संख्या में महिलाएं शामिल थीं।