हुलुदकनाली की जर्जर सड़क पर लहूलहान हो रहे नौनिहाल
मिहिजाम (जामताड़ा) पश्चिम बंगाल के रुपनारायणपुर सीमा से सटे हांसीपहाड़ी के आदिवासी बहुल इलाका हूलुदकनाली जानेवाली मुख्य सड़क विभाग व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से जर्जर है। वर्षो पूर्व सड़क का कालीकरण किया गया था जो बहरहाल टूट-फुट कर पैदल चलने के लायक भी नहीं है। सड़क पर निकले नुकीले पत्थर राहगीरों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।
मिहिजाम (जामताड़ा) : पश्चिम बंगाल के रुपनारायणपुर सीमा से सटे हांसीपहाड़ी के आदिवासी बहुल इलाका हूलुदकनाली जानेवाली मुख्य सड़क विभाग व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से जर्जर है। वर्षो पूर्व सड़क का कालीकरण किया गया था जो बहरहाल टूट-फुट कर पैदल चलने के लायक भी नहीं है। सड़क पर निकले नुकीले पत्थर राहगीरों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। हूलुदकनाली के लोगों का कहना है कि हम लोग आदिवासी हैं इसलिए इस इलाके का विकास थम सा गया है। हमारे बच्चे-बच्चियां पैदल या साइकिल से रोजाना मिहिजाम शहर के उच्च विद्यालय जाने के लिए इसी सड़क का उपयोग करते हैं, ऐसे में सहज ही बच्चों व अभिभावकों की स्थिति समझा जा सकता है। फिर भी किसी जनप्रतिनिधियों को इस सड़क का सुध ही नहीं रहा।
क्या कहते हैं लोग :
-- सड़क का हाल ऐसा हो गया है कि पैदल चलने में भी परेशानी होती है। कई बार साइकिल से स्कूल जाने के क्रम में बच्चे सड़क पर गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं। इसलिए इस बार विकास के प्रति संवेदनशील प्रत्याशियों को ही वोट देंगे।
-- पप्पू यादव, ग्रामीण
-- नगर परिषद से निर्मित नगर भवन बनने से उम्मीद जगी थी कि अब सड़क बन जाएगी परंतु ऐसा अभी तक नहीं हुआ। बहुमत की सरकार चुनने का कार्य करेंगे ताकि क्षेत्र में विकास कार्य हो सके।
-- मोहम्मद मुख्तार, ग्रामीण
-- सड़क बने वर्षो बीत गए पर किसी ने भी मरम्मत कराने की पहल नहीं की। चुनाव आते ही सभी दलों के नेता सड़क बनवाने का आश्वासन तो देते हैं परंतु चुनाव के बाद ढाक के तीन पात जैसी स्थिति हो जाती है।
-- पंकज मांझी, ग्रामीण
-- सड़क जर्जर होने के कारण क्षेत्र के लोग नगर भवन का समुचित उपयोग नहीं कर पा रहे हैं जिससे इलाका का विकास ही ठप हो गया है। हमलोग बहुमतवाली सरकार को चुनेंगे ताकि विकास हो सके।
-- गौरांगो मांझी, ग्रामीण