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नौ लाख आबादी में महज सवा दो लाख कोरोना नमूनों की जांच

जामताड़ा पिछले तीन-चार दिनों से बारिश मौसमी बुखार को न्योता दिया है। मौसम का मिजाज बदलने

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 08:12 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 08:12 PM (IST)
नौ लाख आबादी में महज सवा दो लाख कोरोना नमूनों की जांच
नौ लाख आबादी में महज सवा दो लाख कोरोना नमूनों की जांच

जामताड़ा : पिछले तीन-चार दिनों से बारिश मौसमी बुखार को न्योता दिया है। मौसम का मिजाज बदलने से लोग सर्दी, खांसी व जुकाम से ग्रसित हो रहे। सरकारी अस्पताल व निजी अस्पतालों में सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की कतार लग रही है। मरीज सामान्य दवा का उपयोग कर स्वस्थ होने का प्रयास कर रहे। तीन-चार दिन में मरीज स्वस्थ भी हो रहे हैं। मौसमी बुखार बुखार के मरीजों की संख्या में हो रही वृद्धि से स्वास्थ्य विभाग ही नहीं बल्कि आम लोग भी महामारी के पांव पसारने जैसे बातों से भयभीत हो रहे हैं।

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महामारी नियंत्रण को लेकर जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में टीकाकरण अभियान युद्धस्तर पर चल रहा है, लेकिन जिले में करीब एक लाख जांच किट उपलब्ध रहने के बावजूद भी सैंपल संग्रह व जांच कार्य को गति नहीं मिल पा रहा है। अगर जांच गति सुस्त रही तो भविष्य में महामारी विस्तार को रोकने में स्वास्थ्य विभाग को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। समय रहते संक्रमण का आकलन भी बगैर जांच के नहीं हो सकता। नौ लाख आबादीवाले इस जिले में अब तक 225068 सैंपल की जांच हुई है, जो लक्ष्य से कम है।

-- अस्पताल की ओपीडी में पहुंचने से पूर्व जांच बंद : खांसी, सर्दी व बुखार से ग्रसित अधिकांश मरीज उपचार कराने के लिए जिला व प्रखंड स्तरीय सरकारी अस्पताल प्रतिदिन पहुंच रहे हैं, लेकिन ओपीडी में प्रवेश के पूर्व नमूना संग्रह व जांच कार्य ठप पड़ा हुआ है। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग ने यह व्यवस्था की थी कि सभी स्तर के अस्पतालों में ओपीडी में प्रवेश करने से पूर्व मरीजों को नमूनों की जांच कराना अनिवार्य था। अस्पताल परिसर में नमूना संग्रह व जांच शिविर नियमित रूप से चलता था। इसी का परिणाम था कि अधिक से अधिक संख्या में संक्रमित मरीजों की पहचान हो रही थी। वर्तमान समय में अस्पताल स्थित ओपीडी परिसर से सैंपल संग्रह व जांच शिविर को बंद कर दिया गया है। कतिपय जगहों पर नमूना संग्रह व जांच कार्य किया जा रहा है जो दैनिक लक्ष्य से काफी कम है।


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