कोरोना काल में नहीं लगा रोजगार मेला
संवाद सहयोगी जामताड़ा कोरोना काल में सैकड़ों युवा बेरोजगार हुए पर इसकी भरपाई शासन
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : कोरोना काल में सैकड़ों युवा बेरोजगार हुए पर इसकी भरपाई शासन-प्रशासन नहीं कर पाया। ऊपर से प्रति वर्ष लगने वाला रोजगार मेला भी बाधित हुआ। चालू वित्तीय वर्ष समाप्त होने में महज चार माह शेष बचे हैं। आठ माह की अवधि में अभी तक एक भी रोजगार मेला का आयोजन जिले में नहीं हो पाया है। बता दें कि साल में तीन बार रोजगार मेला का आयोजन जिला प्रशासन की ओर से किया जाता था। देश की नामी गिरामी कंपनियां मेले में पहुंच कर जिले के सैकड़ों शिक्षित युवक, युवतियों को मनपसंद रोजगार उपलब्ध कराती थी। जिला नियोजन कार्यालय में 11488 शिक्षित बेरोजगारों ने रोजगार के लिए निबंधन कराया है।
---उच्च शिक्षित बेरोजगारों का निबंधन दुमका में : जिला में बेरोजगार युवाओं की बात करें तो कुशल व अकुशल मजदूरों की संख्या 50 हजार के आसपास है। देश की विभिन्न कंपनियों में काम करनेवाले कुशल व अकुशल मजदूर घर लौट गए हैं। कुछ कंपनियों ने दोबारा काम शुरू किया है। इससे कुछ मजदूर काम पर लौट गए हैं। वहीं शिक्षित बेरोजगार युवाओं की बात करें तो जिले में 11488 निबंधित बेरोजगार हैं। लेकिन कोई वेकेंसी नहीं है। इसके अलावे उच्च शिक्षित बेरोजगार युवाओं का जिला नियोजन कार्यालय में निबंधन नहीं किया जाता है। यहां नियोजन कार्यालय के अनुसार इस वर्ष उच्च शिक्षित लगभग 400 बेरोजगारों को दुमका भेजा गया है।
--- नियोजन कार्यालय में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या : मैट्रिक 6475, नॉन मैट्रिक304, बीए2515, बीएससी650, बीकॉम412, डिप्लोमा186, कंप्यूटर238, आइटीआइ उत्तीर्ण 708 शिक्षित बेरोजगारों का निबंधन यहां नियोजन कार्यालय में किया गया है.
--- क्या कहते है. पदाधिकारी : जिला नियोजन पदाधिकारी प्रीति कुमारी ने कहा कि कोरोना को लेकर इस वर्ष रोजगार मेला नहीं लगा है। इस बार कोई लक्ष्य भी नहीं मिला है। जामताड़ा छोटा निबंधन कार्यालय है. इसलिए उच्च योग्यता वालों को दुमका भेज दिया जाता है. लक्ष्य मिलते ही रोजगार मेला लगाने की पहल होगी।