दलदला में जानवरों में फैली बीमारी, पशुपालक परेशान
एक सप्ताह की बात करें तो यहां करीब 50 बकरा-बकरी की मौत हो चुकी है। उसकी अनुमानित कीमत 35 से 40 हजार रुपये है। इसके अलावा गाय व बैल भी बीमार हैं।
नारायणपुर (जामताड़ा) : नारायणपुर प्रखंड के दलदला गांव में इन दिनों बकरी, बकरा और गाय में हो रही बीमारी से पशुपालक चितित हैं। बीते एक सप्ताह की बात करें तो यहां करीब 50 बकरा-बकरी की मौत हो चुकी है। उसकी अनुमानित कीमत 35 से 40 हजार रुपये है। इसके अलावा गाय व बैल भी बीमार हैं।
पशुपालक अपने स्तर से उपचार कराए रहे हैं पर फायदा नहीं दिख रहा। बकरा या बकरी की अचानक तबीयत खराब होती है फिर मौत हो जाती है। आलम यह है कि दो से तीन हजार में मिलने वाला बकरा-बकरी दलदला के लोग चार सौ-पांच सौ रुपये में बेच रहे हैं। सोमवार को प्रथमवर्गीय पशु चिकित्सालय नारायणपुर को इसकी सूचना दी गई। पशु चिकित्सक आए और उपचार किया।
इधर, दलदला के डोमन मंडल ने बताया कि उनकी 40 हजार रुपये मूल्य की दुधारू गाय बीमार है। गाय ने खाना पीना छोड़ दिया है। बीमारी होने से परेशानी बढ़ गई है। विभाग ने लगाया शिविर : सोमवार को दलदला गांव में प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय की ओर से पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इसमें गांव में बीमार बकरा, बकरी तथा डोमन मंडल की दुधारू गाय का उपचार किया गया और स्लाइन दी गई। टीवीओ रितेश कुमार गुप्ता ने कहा कि बकरा, बकरी को पीपीआर जबकि गाय को सर्रा की बीमारी हुई है। दोनों जानलेवा बीमारी है। समय पर उपचार से बचाया जा सकता है। बीमार बकरा, बकरी का बेहतर उपचार किया जा रहा है। अगले तीन दिनों तक गांव में कैंप करेंगे ताकि बीमार पशुओं का बेहतर उपचार हो सके। कहा कि जब भी विभाग की ओर से टीकाकरण होता है तो लोग अपने पशुओं का बेहिचक टीकाकरण कराएं। टीकाकरण कराने से बीमारी होने का खतरा कम रहता है।