शिक्षित व्यक्ति से ही परिवार व समाज का कल्याण
डीसी ने कहा कि पुस्तकालय समुदाय को एक साथ लाकर धीरे-धीरे मित्रता की भावना को विकसित करता है और ज्ञानार्जन करने से लोगों के प्रति सम्मान की भावना धर्म रिवाज शिष्टाचार आदि का विकास करता है।
जामताड़ा : जिले की सभी पंचायतों में सामुदायिक पुस्तकालय की शुरुआत करने के पीछे यही उद्देश्य है कि स्थानीय युवा व बच्चे पढ़ाई के प्रति रूचि जागृत कर ज्ञान की अभिवृद्धि करें। जीवन में सफल होकर राज्य एवं राष्ट्रीय पटल पर नाम रौशन करें। शनिवार को जामताड़ा प्रखंड के लाधना एवं बरजोड़ा में सामुदायिक पुस्तकालय का शुभारंभ करते हुए उपायुक्त फ़ैज अक अहमद मुमताज ने यह बातें कहीं। उन्होंने पंचायत के छात्रों और आम जनों से पुस्तकालय का लाभ उठाने की अपील की।
कहा कि जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरी है। शिक्षित व्यक्ति से परिवार और समाज का कल्याण होता है। डीसी ने कहा कि पुस्तकालय समुदाय को एक साथ लाकर धीरे-धीरे मित्रता की भावना को विकसित करता है और ज्ञानार्जन करने से लोगों के प्रति सम्मान की भावना, धर्म, रिवाज, शिष्टाचार आदि का विकास करता है। इसलिए पढ़ाई सिर्फ अच्छी नौकरी पाने के नहीं बल्कि एक अच्छा इंसान बनने के लिए भी बहुत जरूरी है। मौके पर मौजूद पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि सार्वजनिक पुस्तकालय मुख्य रूप से मूलभूत प्राथमिक शिक्षण संस्थान है। उन्होंने युवाओं से इसका लाभ उठाने को कहा। एसपी ने कहा कि सफलता सिर्फ सोचने मात्र से नही होती बल्कि इसके लिए जमकर प्रयास करना होता है। यहां रेलवे, पुलिस भर्ती, बैंकिग, इंजीनियरिग, जेपीएससी, यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित काफी अच्छी पुस्तकें उपलब्ध है। इसका सदुपयोग करें और समय बर्बाद न करें। मौके पर डीसी-एसपी ने ग्रामीणों से बातचीत की और पुस्कालय संचालन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर जामताड़ा के बीडीओ मो. जहीर आलम आदि उपस्थित थे।