कोरोना टीकाकरण 16 से शुरू, तैयारियां पूरी
कोरोना युद्ध की अंतिम पड़ाव पर सबकी सहभागिता बहुत जरूरी है तथा टीकाकरण कार्य में एकजुटता आवश्यक है।
जामताड़ा : कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए 16 जनवरी टीकाकरण शुरू होगा। इस कोरोना युद्ध की अंतिम पड़ाव पर सबकी सहभागिता बहुत जरूरी है तथा टीकाकरण कार्य में एकजुटता आवश्यक है। बुधवार को कोरोना टीकाकरण के सफल क्रियान्वयन तथा प्रमोचन के लिए डीसी कार्यालय परिसर स्थित सभागार में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते सिविल सर्जन डॉ. आशा एक्का ने यह बातें कहीं।
कार्यशाला के माध्यम से जिले के सभी प्रखंड के प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, सभी बीडीएम, प्रखंड कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहिया आदि के बीच कोविड-19 वैक्सीन प्रमोचन को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि टीकाकरण स्थल पर राज्य से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार आवश्यक सुविधाएं बहाल कर दी गई हैं, जिसमें टीकाकरण स्थल में तीन स्वच्छ कमरे वाला स्थल, टीकाकरण के लिए निर्बाधित बिजली व्यवस्था, बेहतर इंटरनेट कनेक्टिवटी, सफाई की व्यवस्था, पीने का पानी, हाथ धोने एवं सैनिटाइजर तथा शौचालय की व्यवस्था, कोविड-19 संबंधी प्रचार सामग्री की व्यवस्था, कोविड 19 उचित व्यवहार, वेबकास्टिग, एंबुलेंस तथा एईएफआइ मैनेजमेंट, लैपटॉप टेबलेट की व्यवस्था सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं।
16 जनवरी को वैक्सीन का प्रमोचन जिले में किया जाना है। इसमें जामताड़ा में कुल 5190 स्वास्थ्यकर्मी एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं। वर्तमान में केवल 55 फीसद लाभार्थियों को ही वैक्सीन दी जाएगी। पहले डोज देने के उपरांत दूसरा डोज 28 दिन बाद दिया जाएगा।
प्रवेश द्वार व प्रतीक्षा कक्ष में तैनात रहेंगे पुलिसकर्मी कोरोना टीकाकरण को ले उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि लाभार्थी को सबसे पहले प्रवेश द्वार से प्रतीक्षा कक्ष फिर टीकाकरण कक्ष उसके बाद निगरानी कक्ष और अंत में समुदाय-सत्र कक्ष लाया जाएगा। प्रवेश द्वार व प्रतीक्षा कक्ष में पुलिस कर्मी (वैक्सीनेशन ऑफिसर 01) तैनात रहेंगे जिनकी भूमिका व दायित्व के अनुसार लाभार्थी की पहचान करना, उनके मोबाइल पर भेजे गए एसएमएस का जांच करना, उन्हें हाथ धोने एवं सैनिटाइज करने के लिए प्रेरित करना एवं फेस कवर या मास्क, शारीरिक दूरी जैसे नियमों का पालन करवाते हुए ही प्रवेश देना होगा। इसी तरह रिकॉर्ड जांचकर्ता वैक्सीनेशन ऑफिसर टू की भूमिका में डाटा इंट्री ऑपरेटर रहेंगे। इनका दायित्व को-विन एप्लीकेशन में लाभार्थी की जांच करना तथा पहचान पत्र से मिलान करना। अगर लाभार्थी पहचान पत्र से नहीं मिल रहा है तो उसे सपोर्ट स्टाफ के पास भेजना। वहीं वैक्सिनेटर की भूमिका सुरक्षित तरीके से टीकाकरण करना, को-विन ऐप में रिपोर्टिग करना, लाभार्थी को मुख्य संदेश देना, एईएफआइ केसों के प्रबंधन के लिए तुरंत कार्यवाही करना, टीकाकरण कचरे का सुरक्षित निष्पादन करना मुख्य कार्य होगा। सपोर्ट स्टाफ बतौर वैक्सीनेशन ऑफिसर थ्री तैनात होंगे। इनका कार्य निगरानी कक्ष में हर समय उपस्थित रहना, लाभार्थियों के मध्य शारीरिक दूरी का पालन करवाना, लाभार्थियों में 30 मिनट तक प्रतीक्षा करवाना और संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी को तुरंत सूचित करना है।
मोबिलाइजर बतौर वैक्सीनेशन ऑफिसर फोर की भूमिका में रहेंगे। इनकी भूमिका कोविड-19 वैक्सीनेशन संबंधी प्रचार-प्रसार सामग्री का वितरण सुनिश्चित करना, लाभार्थियों को समय पर टीकाकरण स्थल पर पहुंचने के लिए प्रेरित करना है ताकि सत्र स्थल पर अनावश्यक भीड़ न लगे, लाभार्थियों को वैक्सीन की खुराक तथा समय जानना हो तो उन्हें सही जानकारी देना आदि होगा।
मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेह कश्यप, सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. अमित तिवारी, वीसीसीएम अंतेश कुमार, सभी प्रखंडों एवं अंचल कार्यालय के कंप्यूटर व डाटा एंट्री ऑपरेटर, संबंधित पुलिस पदाधिकारी आदि मौजूद थे।