अभी भी बैंक डकैत पुलिस से दूर
करमाटांड़ थाना क्षेत्र के कालाझरिया स्थित स्टेट बैंक में डकैती डालने वाले अपराधी अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं।
जागरण संवाददाता, जामताड़ा :
करमाटांड़ थाना क्षेत्र के कालाझरिया स्थित स्टेट बैंक में सवा चार लाख रुपये की डकैती में शामिल अपराधियों से पुलिस अभी भी दूर है। सीसीटीवी फुटेज से एक अपराधी का चेहरा सामने आया पर वह कौन है इस बारे में पुलिस को कुछ पता नहीं चला है। तीन दिनों से बाहर घूम रही पुलिस की तीन टीमों में से दो टीमें रात को वापस लौट आयी हैं। एक टीम अब भी मध्य बिहार में छापेमारी कर रही है। बिहार व झारखंड के तीन आपराधिक गिरोहों के आसपास पुलिस की जांच की सुई घूम रही है। इधर डकैती कांड के स्थानीय सूत्रधार की भी तलाश हो रही है।
बैंक डकैती में शामिल पांच अपराधियों में से एक का चेहरा सीसीटीवी की मदद से पुलिस को दिखा है। पर यह सुराग भी पुलिस की मदद नहीं कर सका। शेष चार अपराधियों की कदकाठी व एक तरफ चेहरे का कुछ हिस्सा ही दिख रहा है। इससे अनुसंधान में शामिल पुलिस अधिकारी उनके बारे में कुछ पता नहीं कर सके हैं। तस्वीरें धुंधली भी हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया एक डकैत की ही तस्वीर कुछ साफ है। बावजूद स्पष्ट पहचान करने में दिक्कत हो रही है। यह अहम सुराग है पर उससे पुलिस को कुछ विशेष सहयोग नहीं मिल रहा है। अपराधियों की तलाश में आसनसोल, गिरिडीह, देवघर व बिहार के बांका को गई टीमें सोमवार की देर रात को खाली हाथ लौट आई। एक टीम मध्य बिहार के समीपवर्ती इलाकों के अलावा गया में बैंक डकैतों की तलाश में जांच में जुटी है। पुलिस मान रही है कि पांच में से दो शातिर अपराधी का जुड़ाव गया व उसके समीपवर्ती जिला है। मालूम हो कि शुक्रवार को कालाझरिया एसबीआइ में पांच अपराधियों ने सवा चार लाख रुपये की डकैती डाली थी। अपराधी तीन बाइक से करमाटांड़ होते हुए भाग निकले थे। हालांकि वे सीसीटीवी सिस्टम की हार्ड डिस्क अपने साथ नहीं ले जा सके थे। पुलिस के लिए यही अहम सुराग बनी है।
हाजरा गिरोह की संलिप्तता नहीं:
पुलिस की मानें तो चार दिनों के अनुसंधान में यह स्पष्ट हो चुका है कि झारखंड के हाजरा गिरोह की संलिप्तता इस कांड में नहीं है। जांच में इस गिरोह के बैंक डकैती में शामिल होने का कोई ठोस सुराग पुलिस को हाथ नहीं लगा है। कोट :
बैंक डकैती की जांच तीन गिरोह के इर्दगिर्द घूम रही है। अपराधियों की पहचान व गिरोह की सटीक पहचान के बारे में पुलिस को कुछ सफलता अभी हाथ नहीं लगी है। सीसीटीवी फुटेज काफी धुंधले हैं।
---डॉ जया रॉय, एसपी जामताड़ा।