431 की हुई कोरोना जांच, तीन संक्रमित मिले, चार संक्रमण मुक्त
जामताड़ा जिले में कोरोनारोधी वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता नहीं रहने के कारण पंचायत स्तर प
जामताड़ा : जिले में कोरोनारोधी वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता नहीं रहने के कारण पंचायत स्तर पर टीकाकरण शिविर का आयोजन नहीं हो पा रहा है। केवल जिला व प्रखंड स्तर पर टीकाकरण शिविर लगा। इस कारण सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से टीका लगवाने के लिए लोगों को प्रखंड मुख्यालय स्थित टीकाकरण केंद्र पहुंचना पड़ रहा है। महिला एवं वृद्धों को इतनी लंबी दूरी तय करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
मालूम हो कि नौ लाख आबादीवाले इस जिले में 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले 578420 महिला पुरुष एवं युवाओं को कोरोना रोधी टिका दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित है। जिले में टीकाकरण अभियान पिछले 16 मार्च से शुरू हुआ है अब तक जिले में 147812 महिला पुरुष एवं युवाओं को कोरोना रोधी टीका देने में विभाग सक्षम हुआ है। जिसमें से 18 से 44 वर्ष के निर्धारित लक्ष्य 377310 के विरुद्ध 6438 लोगों को जबकि 45 से 59 वर्ष के निर्धारित लक्ष्य 123618 में 47169 लोगों को इसी प्रकार 60 वर्ष से अधिक निर्धारित लक्ष्य 77492 में 36205 लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाया गया है। जिले में निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध 430608 महिला-पुरूष एवं युवाओं को टीका लगाना शेष है। जिले में उपायुक्त की देखरेख में कई बार एकदिवसीय बेहद टीकाकरण अभियान चलाया गया। इस एक दिवसीय अभियान में पांच से 10 हजार लोगों को एक दिन में टीका लगाया गया। जिले में वैक्सीन की उपलब्धता कम रहने के कारण पंचायत स्तर पर टीकाकरण शिविर का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। गुरुवार को जिले में प्रखंड एवं जिला स्तर के आठ अस्पतालों में टीकाकरण शिविर संपन्न हुआ। मौके पर 737 महिला पुरुष एवं युवाओं को टीका लगाया गया। ऐसे दैनिक निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में दो वर्ष से अधिक समय लगेंगे।
-- मास्क जांच अभियान : अंचलाधिकारी मनोज कुमार के नेतृत्व में गुरुवार को जिला मुख्यालय शहर के सुभाष चौक एवं दुमका रोड स्थित बस स्टैंड परिसर में मास्क जांच अभियान चलाया गया। पुलिस प्रशासनिक संयुक्त टीम ने सड़क पर बगैर मास्क के आवाजाही कर रहे 11 महिला पुरुष को पकड़ा। प्रत्येक लापरवाह महिला पुरुष से एक एक सौ रुपये जुर्माना राशि वसूल की गई। कई लापरवाह लोग पकड़े गए, लेकिन जुर्माना राशि देने में अक्षम साबित हुए उन्हें दंड के रूप में गंतव्य को जाने से पहले घर का रास्ता दिखाया गया।
-- 24 घंटे में मिल रही जांच रिपोर्ट : जामताड़ा सदर अस्पताल में संग्रहित सैंपल की जांच रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर संबंधित व्यक्ति तक पहुंचाई जा रही है। सदर अस्पताल में संग्रहित सैंपल की जांच जिलास्तरीय कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल उदलबनी में ट्रूनेट मशीन के माध्यम से की जा रही है। अस्पताल उपाधीक्षक चंद्रशेखर आजाद की सक्रियता का परिणाम है कि सैंपल संग्रह के 24 घंटे बाद संबंधित व्यक्ति को जांच रिपोर्ट से अवगत करा दिया जाता है, जबकि शिविर में संग्रह किए गए सैंपल की ट्रूनेट मशीन से जांच रिपोर्ट तीन से चार दिन बाद मिलती है।
-- 431 सैंपल जांच, दो संक्रमित मिले : जिले में पर्याप्त संख्या में जांच के लिए उपलब्ध रहने के बावजूद भी सैंपल संग्रह एवं जांच कार्य को गति नहीं मिल रही है। जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास 127368 जांच की उपलब्ध है, लेकिन प्रतिदिन तीन से पांच सौ सैंपल संग्रह किए जा रहे हैं जो आवश्यकता से काफी कम है। गुरुवार को प्रखंड एवं जिले के एक दर्जन विभिन्न श्रेणी के अस्पतालों में सैंपल संग्रह एवं जांच शिविर का आयोजन किया गया मौके पर 231 सैंपल संग्रह किया गया, जबकि 431 संग्रहित सैंपल की जांच की गई। जांच के उपरांत दो संक्रमित की पहचान हुई संक्रमित को जिला स्तरीय करुणा डेडिकेटेड अस्पताल उदल बनी में भर्ती कराया गया।
-- चार संक्रमण मुक्त : जिले में सक्रिय संक्रमित मरीज की संख्या 30 है। गुरुवार को कोरोना अस्पताल में इलाज रत चार संक्रमित की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आया। संक्रमण मुक्त चारों व्यक्तियों को कोरोना अस्पताल से मुक्त कराते हुए अपने घर भेजा गया अस्पताल प्रभारी डा. दुर्गेश झा ने संक्रमण मुक्त व्यक्ति को निर्देश दिया कि आगामी सात दिनों तक अपने घर में होम क्वारंटाइन के सभी निर्धारित शर्तो के अनुपालन करें स्वास्थ्य संबंधी किसी प्रकार की परेशानी होने पर स्थानीय चिकित्सक को सूचित करें। संक्रमण मुक्त होने में एक साइबर आरोपित भी था।