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श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन को वैकम्प कर 41 प्रवासी मजदूर चित्तरंजन स्टेशन पर उतरे

मिहिजाम (जामताड़ा) चित्तरंजन रेलवे स्टेशन पर तैनात रेल पुलिस व समाज सेवियों ने शुक्रवार क

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 06:34 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 06:34 PM (IST)
श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन को वैकम्प कर 41 प्रवासी मजदूर चित्तरंजन स्टेशन पर उतरे
श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन को वैकम्प कर 41 प्रवासी मजदूर चित्तरंजन स्टेशन पर उतरे

मिहिजाम (जामताड़ा) : चित्तरंजन रेलवे स्टेशन पर तैनात रेल पुलिस व समाज सेवियों ने शुक्रवार को 50 प्रवासी मजदूरों को दो बस के सहारे झारखण्ड सीमा से सटे बिहार के हंसडीहा भेज दिया। गुरुवार की रात लगभग 11 बजे श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन को वैकम्प कर दर्जनों प्रवासी मजदूर चित्तरंजन रेलवे स्टेशन के आउटर सिग्नल पर उतर गए थे। ट्रेन को जबरन रोकने की सूचना चित्तरंजन स्टेशन प्रबंधन व रेल पुलिस को मिलते ही दोनों हरकत में आ गए। रेलवे पुलिस के जवानों ने ट्रेन से उतरनेवाले 41 प्रवासी को स्टेशन के द्वितीय श्रेणी के प्रतीक्षालय में ठहराया। इसके साथ बंगाल के रुपनारायणपुर सीमा पर फंसे 9 अन्य प्रवासी मजदूर भी शामिल थे। सभी प्रवासी मजदूरों को शुक्रवार की सुबह जामताड़ा जिला प्रशासन के निर्देश पर स्टेशन प्रबंधन व रेल पुलिस ने दो बसों का इंतजाम कर बिहार भेजा दिया।

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बताया गया कि इतनी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर हरियाणा के हिसार व अन्य इलाकों में मोटिया का काम करते थे। कोई ठेला चलाने का काम करता था। सभी अपने घर बिहार के पूर्णिया जिला के विभिन्न गांव जाने के लिए दिल्ली से सटे गुड़गांव स्टेशन से श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़े थे। ट्रेन से कटिहार में सभी को उतरना था। ट्रेनों की रूट डायवर्सन होने से श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन आसनसोल, अंडाल से रामपुर होते हुए कटिहार जाती। परंतु प्रवासी मजदूरों ने समझा कि ट्रेन कोलकाता की ओर जा रही है। तब प्रवासी मजदूरों ने ट्रेन को चित्तरंजन में रोक दिया। प्रवासी मजदूरों में शामिल संतोष कुमार, घुघली मंडल, संजय मंडल व राज कुमार ने बताया कि हरियाणा के हिसार में मजदूरी का काम करते थे। दुकानों का सामान ट्रकों व अन्य मालवाहक वाहनों में चढ़ाने-उतारने का काम कर गांव में परिवार को पैसे भेजते थे। कहा कि लॉकडाउन होने के बाद काम बंद हो गया। अपने घर जाने के लिए तीन जून की शाम को ट्रेन में चढ़े। गाड़ी का रूट मालूम नहीं था। घबराकर हम सभी यहां उतर गए। इस मामले में चित्तरंजन रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि सभी प्रवासी मजदूरों को रात में स्टेशन के प्रतीक्षालय में ठहराया गया था। सभी को उनके सामानों के साथ सैनिटाइज कर बस से बिहार भेजा गया। सभी को हंसडीहा थाना क्षेत्र के नावाडीह ओपी में छोड़ा जाएगा।

इससे पूर्व प्रवासी मजदूरों को इंटक नेता मिंटू मंडल ने सभी मजदूरों को सुबह का नाश्ता दिया। सभी प्रवासी मजदूरों को बिहार भेजने के लिए दो बसों की व्यवस्था की गई। राशन डीलर एसोसिएशन के मिहिजाम शाखा के सदस्य नीरू जैन व अन्य सहयोगियों ने मजदूरों को चूड़ा-गुड़ का पैकेट दिया।


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