एक पर्यवेक्षेक के भरोसे 271 आंगनबाड़ी केंद्र
एक पर्यवेक्षेक के भरोसे 271 आंगनबाड़ी केंद्र
एक पर्यवेक्षेक के भरोसे 271 आंगनबाड़ी केंद्र
संवाद सहयोगी,जामताड़ा : नारायणपुर बाल विकास परियोजना कार्यालय में सात की जगह मात्र एक महिला पर्यवेक्षिका पदस्थापित रहने से केवल विभागीय कार्य ही नहीं बल्कि आंगनबाड़ी केंद्रों का पर्यवेक्षण कार्य भी बाधित हो रहा है। प्रखंड स्तरीय बाल विकास परियोजना कार्यालय में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के पद वर्षो से रिक्त है यहां प्रखंड विकास पदाधिकारी सीडीपीओ के प्रभार में कार्य कर रहे हैं। पूरे प्रखंड में महिला पर्यवेक्षिका के सात पद सृजित हैं, लेकिन वर्तमान समय में महिला पर्यवेक्षिका के छह पद रिक्त हैं एक महिला पर्यवेक्षिका पदस्थापित है। कार्यालय की बात करें तो एक चतुर्थवर्गीय कर्मी पदस्थापित हैं शेष कार्यालय के सभी पद रिक्त हैं। प्रधान सहायक सप्ताह के एक या दो दिन प्रतिनियुक्त हैं। पूरे प्रखंड में 271 गांव में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। एकमात्र महिला पर्यवेक्षिका रहने के कारण नियमित पर्यवेक्षण नहीं होता है। इतना ही नहीं जिला व राज्य मुख्यालय से मांगे जानेवाले संबंधित प्रगति प्रतिवेदन भी समय पर प्रखंड से प्रेषित नहीं हो पाता है। एकमात्र महिला पर्यवेक्षिका उमा कुमारी कहती है जिला मुख्यालय की बैठक, कार्यालय से संबंधित प्रगति प्रतिवेदन तैयार करने व आंगनबाड़ी पर्यवेक्षण में बहुत परेशानी हो रही है। हालांकि रिक्त पदों पर महिला पर्यवेक्षिका की पदस्थापन को लेकर कार्यालय से समय-समय पर प्रतिवेदन राज्य व जिला मुख्यालय को भेजा जा रहा है, लेकिन अब तक किसी की पदस्थापन नहीं हुई है।