व्यापारिक प्रतिष्ठानों में दो करोड़ की कवंचना उजागर
जामताड़ा धनबाद गिरीडीह व देवघर के आयकर विभाग की संयुक्त टीम ने गुरुवार दोपहर से लगा
जामताड़ा : धनबाद, गिरीडीह व देवघर के आयकर विभाग की संयुक्त टीम ने गुरुवार दोपहर से लगातार 26 घंटे तक शहर के तेरह प्रसिद्ध प्रतिष्ठानों में आयकर सर्वे का ऑपरेशन चलाया। रात भर व्यवसायी बंद करमरे में आयकर के वरीय अधिकारियों के सवालों से घिरे रहे। हर एक के प्रतिष्ठान में करवंचना का मामला पकड़ा गया। कोई कम को कोई अधिक टैक्स की चपत लगा रहे थे जो उनके स्टॉक व बिक्री से संबंधित पंजियों के मिलान से उजागर हुआ। दो करोड़ कर चोरी का साक्ष्य टीम के हाथों जब्त हुआ है। आधा दर्जन प्रतिष्ठानों की लेखा-जोखा, भडारण पंजी समेत अन्य दस्तावेज जब्त कर आयकर टीम अपने साथ देवघर ले गई। देवघर आयकर प्रक्षेत्र के संयुक्त आयुक्त पीके विश्वास के नेतृत्व में 35 अधिकारियों से समेत पचास कर्मी टीम में शामिल थे। मार्च इंडिग की यह अंतिम कार्रवाई नहीं मानी जा सकती। टीम फिर सर्वे करने से इन्कार भी नहीं की है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक अन्य प्रतिष्ठानों के कागजातों को खंगाला। जामताड़ा के कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में आयकर सर्वे किया गया। कुल तेरह टीम में अधिकारी व कर्मी बंटकर तेरह प्रतिष्ठानों के उक वर्ष के व्यावसायिक लेखा-जोखा को खंगाला। अधिकारियों ने भंडार का निरीक्षण भी किया। भंडार पंजी से भंडार में रखी सामग्री का भी मिलान कराया। ज्यादा सवमय इसी में टीम का लगा। सभी प्रतिष्ठान के मालिकों को अब देवघर आयकर कार्यालय तलब किया गया है। वहीं कर चोरी के मामले में उनका बयान दर्ज किया जाएगा। साथ ही टैक्स भरने की समय सीमा निर्धारित की जाएगी। जारी नोटिस के अनुसार अब उन्हें टैक्स जमा करना ही पड़ेगा। अन्यथा इस बार तीन साल पिछले तीन वर्ष की खाता-बही की जांच की जाएगी।
----- इन प्रतिष्ठानों में हुई जांच : अधिकारी के मुताबिक शहर स्थित मोहिनी वस्त्रालय, श्याम इंटरप्राइजेज, मोहिनी सेल्स, मोहिनी स्पोर्ट्स, शुभम इंटरप्राइजेज, आनंद चॉकलेट उद्योग, राजेश हार्डवेयर, कल्पना वस्त्रालय, अल्पना वस्त्रालय, पैशन किग, श्याम इलेक्ट्रिक, गोपाल बिस्कुट आदि प्रतिष्ठानों का सर्वे किया गया। दोपहर एक बजे के बाद जांच कार्रवाई शरू की गई।---- ये पदाधिकारी हैं सर्वेक्षण दल में शामिल : देवघर के संयुक्त आयकर आयुक्त पीके विश्वास, सहायक आयुक्त श्रावंती भट्टाचार्य, आयकर अधिकारी वन-टू देवघर केदारनाथ, आयकर अधिकारी दुमका संजय सुमन समेत धनबाद के आयकर अधिकारी छावड़ा शामिल थे।