जिले में कल से चलेगा मलेरिया जांच अभियान
20 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान की तैयारी को लेकर गुरुवार को सिविल सर्जन सभागार में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ सीके साही की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई।
संवाद सहयोगी, जामताड़ा: मलेरिया से पीड़ित लोगों को चिह्नित कर उन्हें समुचित उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले में 10 अक्टूबर से मलेरिया जांच अभियान शुरू होगा। 20 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान की तैयारी को लेकर गुरुवार को सिविल सर्जन सभागार में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ सीके साही की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई।
इस दौरान राज्य, जिला तथा प्रखंड सहिया प्रशिक्षक और एमपीडब्ल्यू तथा मलेरिया पर्यवेक्षक को बताया गया कि इन 11 दिनों में सघन अभियान चलाकर मलेरिया के लक्षण वाले व्यक्तियों के ब्लड सैंपल की जांच की जाएगी। अभियान अवधि में प्रतिदिन एमपीडब्ल्यू, प्रखंड सहिया प्रशिक्षक, एएनएम तथा स्वास्थ्य सहिया घर-घर जाकर ऐसे मरीजों की जानकारी लेंगे। मलेरिया से पीड़ित पाए जाने पर उन्हें उपचार के लिए संबंधित अस्पताल भेजा जाएगा। वहां तुरंत दवा मुहैया कराने का उन्होंने निर्देश दिया। कहा कि जिले को मलेरियामुक्त करना है। कुपोषण का एक बड़ा कारण मलेरिया है। मलेरिया के कारण हीमोलिसिस होने से प्रोटीन तथा शरीर के अन्य पोषक तत्वों का भी ह्रास होता है। यही आगे चलकर कुपोषण का कारण बनता है।
अन्य बीमारियों पर भी लग सकेगी रोक: डॉ साही ने कहा कि मलेरिया मुक्ति अभियान न केवल मलेरिया से जान बचाएगा, बल्कि इससे एनीमिया, कुपोषण, शिशु एवं मातृ मृत्यु दर में कमी लाई जा सकेगी। बैठक में जिले में 1 अक्टूबर से चल रहे विटामिन ए तथा आयरन फोलिक एसिड वितरण कार्य की समीक्षा की गई। पंचायत तथा प्रखंड कर्मियों को निर्देश दिया गया कि वितरण कार्य में पारदर्शिता लाएं। किसी भी स्थिति में कोई भी बच्चा विटामिन ए तथा आयरन फोलिक एसिड दवा से वंचित नहीं रहे। निर्धारित समय सीमा के अंदर लक्षित बच्चों तक दवा पहुंचाने का कार्य करें।
मौके पर मलेरिया इंस्पेक्टर रीना कुमारी, डीपीसी विपिन कुमार, सुरेश कामत, बीटीटी रमेश कुमार, मरजीना खातून सहित अन्य मौजूद थे।