घर बैठे मिलेगी सभी तरह की पैथोलॉजी रिपोर्ट, दिन-रात मेहनत कर रहा एक्सएलआरआइ का यह प्रोफेसर
कोरोना काल में जब मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने लगी स्थिति बेकाबू होने लगी तब जमशेदपुर स्थित एक्सएलआरआइ-जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के प्रोफेसर गिरिधर रामचंद्र ने बड़ी जिम्मेवारी संभाली। उन्होंने दिन-रात मेहनत नया साफ्टवेटर तैयार किया जो कोरोना रिपोर्ट में सहायक है।
जमशेदपुर (अमित तिवारी)। कोरोना काल में जब मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने लगी, स्थिति बेकाबू होने लगी, तब एक्सएलआरआइ-जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के प्रोफेसर गिरिधर रामचंद्र ने बड़ी जिम्मेवारी संभाली। दिन-रात मेहनत की और बड़ी सफलता हासिल की।
दरअसल, जमशेदपुर में जब कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी तो प्रोफेसर ने जिले के तत्कालीन उपायुक्त रविशंकर शुक्ला (अब निदेशक, हेल्थ मिशन, झारखंड) को पत्र लिखा और अपनी सेवाएं निश्शुल्क में देने की बात कहीं। उपायुक्त ने उन्हें बुला लिया। इसके बाद उन्हें जिला सर्विलांस विभाग में भेजा गया। वहां जाकर देखा कि कोरोना का रिपोर्ट लेने के लिए काफी भीड़ उमड़ रही है। भीड़ बढ़ने की वजह से संक्रमण फैलने की संभावना और भी बढ़ रही थी। इसके बाद प्रोफेसर ने एक आइडिया पर काम करना शुरू किया और उसमें सफलता भी हासिल किया। अब लोगों को लैब से रिपोर्ट आते ही उनके मोबाइल नंबर पर चले जाता है। साथ ही भीड़ को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया गया और लोगों की परेशानी भी दूर हो गई। अब यह प्रोफेसर जमशेदपुर ही नहीं पूरे झारखंड की स्वास्थ्य सेवाएं को दुरुस्त करने में जुटा है। इसके लिए वे दिन-रात मेहनत भी कर रहे है। यहां तक की एक टीम भी तैयार की है, जिसमें एक्सएलआरआइ के ही छात्र शामिल हैं।
रिपोर्ट तैयार नहीं होने पर आज-कल बुलाए जाते हैं लोग
ये टीम अब दूसरी बड़ी सफलता हासिल करने में जुटी हुई है। प्रोफेसर गिरिधर रामचंद्र ने बताया कि अभी देखा जाता है कि सरकारी अस्पतालों के पैथोलॉजी सेंटर में नमूना देने के बाद रिपोर्ट लेने के लिए लोगों को काफी दौड़ना पड़ता है।
रिपोर्ट तैयार नहीं होने की हवाला देते हुए दूसरे दिन आने को कहा जाता है। इस दौरान कोई 40 किलोमीटर दूर से आया होता है तो कोई 80 किलोमीटर दूर से। ऐसे में एक ऐसी व्यवस्था विकसित करने की तैयारी चल रही है जिससे लोगों को घर बैठे-बैठे ही सभी तरह की पैथोलॉजी जांच रिपोर्ट आसानी से उपलब्ध हो सकें। सिर्फ उनको नमूना देने के लिए अस्पताल आना होगा रिपोर्ट उनके मोबाइल नंबर पर चली जाएगी। इससे मरीजों को आर्थिक, मानसिक सहित कई तरह का लाभ मिलेगा। इस संदर्भ में वे जल्द ही झारखंड हेल्थ मिशन के निदेशक रविशंकर शुक्ला से मिलकर इसका प्रस्वात रखेंगे।
आसानी से मिल जाएगी रिपोर्ट
प्रोफेसर गिरिधर रामचंद्र ने बताया कि इसे लागू होने के बाद लोगों को आसानी से रिपोर्ट मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि हमारे पास नमूना देने वाले का नाम, पता, फोन नंबर सहित अन्य जानकारी उपलब्ध रहती है। कोरोना काल में एक आइडी जेनरेट कर लोगों के मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजा गया।
क्या कहते हैं प्रोफेसर गिरिधर
कोरोना जैसी महामारी में सबका योगदान जरूरी था। मैंने इसे ईमानदारी पूर्वक निभाया। अब मेरा दूसरा मिशन लोगों को सभी तरह की पैथोलॉजी रिपोर्ट घर बैठे उपलब्ध कराना है। इसकी तैयारी हमारी टीम कर रही है। उम्मीद करता हूं वर्ष 2021 में बेहतर परिणाम सामने आएगा।
- गिरिधर रामचंद्र, प्रोफेसर, एक्सएलआरआइ।