यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ विश्व शांति महायज्ञ
मां बगलामुखी मंदिर में सोमवार को तीन दिवसीय वार्षिक पूजन एवं विश्व शांति महायज्ञ का धार्मिक अनुष्ठान यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ शनिवार को संपन्न हो गया। इस अवसर पर भक्तों द्वारा पूजा अर्चना कर हवन किया गया।
संवाद सूत्र, मुसाबनी : मां बगलामुखी मंदिर में सोमवार को तीन दिवसीय वार्षिक पूजन एवं विश्व शांति महायज्ञ का धार्मिक अनुष्ठान यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ शनिवार को संपन्न हो गया। इस अवसर पर भक्तों द्वारा पूजा अर्चना कर हवन किया गया। विश्व शांति के लिए भक्तों ने हवन किया। पूर्णाहुति के बाद हवन कार्यक्रम संपन्न हुआ। इससे पूर्व कई साधक मंदिर में पूजा अर्चना कर मां बगुलामुखी से सुख शांति एवं समृद्धि की कामना किया।
मंदिर के पुजारी गिरिजा शंकर त्रिपाठी व मुरारी मोहन मिश्रा ने चंडीपाठ किया। समाजसेवी कमल कांत मंडल, संगीता मंडल ने मंदिर में आयोजित कुमारी कन्या पूजन में मुख्य यजमान की भूमिका निभाते हुए कुमारी कन्याओं की पूजा अर्चना कर उन्हें भोजन कराकर उपहार भेंट किया। हवन कार्यक्रम में चंद्रमोहन प्रजापति, चितरंजन मुखर्जी, ऋषि देव प्रसाद, पवन सिघानिया, संगीता मंडल, पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार, कमलकांत मंडल, वीरेंद्र नारायण सिंह देव, उमाशंकर त्रिपाठी, कानू अग्रवाल आदि शामिल हो कर यज्ञ को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यज्ञ समाप्त के बाद भजन कीर्तन का आयोजन हुआ। भक्तों के बीच मां बगलामुखी देवी का प्रसाद वितरण किया गया। श्रीश्री जगन्नाथ महाप्रभु का चार दिवयीय यज्ञानुष्ठान आज से : प्रखंड के मौदा पंचायत के मौदा गांव में श्रीश्री जगन्नाथ महाप्रभु के नबकेलबर सह चार दिवसीय महा यज्ञानुष्ठान रविवार से आठ दिसंबर तक होगी। इसको लेकर मौदा के ग्रामीण पूरी तैयारी कर ली है। यह धर्मानुष्ठान पूरी के पंडित द्वारा पूजा अर्चना कराई जाएगी। इस दौरान रविवार को पुरी धाम में श्री जगन्नाथ के आज्ञामाला का गांव में प्रवेश यज्ञशाला संस्कार व मंडलीकरण, शाम को अंकु रारोपन आदि अनुष्ठान होगा। सोमवार को दीक्षा ग्रहण और कलश यात्रा, यज्ञमंडप में कलश स्थापन साथ ही देवी का आह्वान, संस्कार ,आरती व पुष्पांजलि होगी। मंगलवार को बेद पाठ, सूर्य पूजा, गोपूजा, यज्ञ मंडप में देवी की पूजा अर्चना व महा स्नान,आरती पुष्पांजलि होगी। बुधवार को बेद पाठ, सूर्य पूजा, श्री विग्रह का प्राण प्रतिष्ठा, श्री जिऊओ का रथ का नगर परिक्रमा ,आरती व पूर्णाहुति होगी। इस धर्मनुष्ठान में कोई मौजा के लोगों के घर में पानी तालाब या कुएं से नहीं उठेगी साथ ही घर में चूल्हा नहीं जलेगी।सफल बनाने को लेकर पूरे मौदा ग्रामवासी सहयोग भरपूर रहेगी।