World No Tobacco Day 2021: कोरोना को हराकर तंबाकू से भी जंग जीत रहा जमशेदपुर, जानिए कैसे
World No Tobacco Day 2021 झारखंड के जमशेदपुर शहर में एक अनूठा प्रयोग किया जा रहा है। कोरोना से ठीक हुए लोगों को तंबाकू छोड़ने का भी संकल्प दिलाया जा रहा है। सबसे अच्छी बात यह है कि लोग खुशी-खुशी तंबाकू छोड़ने का संकल्प ले रहे हैं।
अमित तिवारी, जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर शहर में एक अनूठा प्रयोग किया जा रहा है। कोरोना से ठीक हुए लोगों को तंबाकू छोड़ने का भी संकल्प दिलाया जा रहा है। सबसे अच्छी बात यह है कि लोग खुशी-खुशी तंबाकू छोड़ने का संकल्प ले रहें है, जो पहले देखने को नहीं मिलता था।
कारण कि अब लोग समझ गए हैं कि तंबाकू उनके लिए कितना खतरनाक हो सकता है। तंबाकू सेवन से फेफड़ा खराब हो जाता है और सांस लेने में परेशानी होने लगती है। कोरोना काल में इस परेशानी से लगभग हर मरीज जूझे हैं। जो अधिक तंबाकू का सेवन करते थे और जिनका फेफड़ा ज्यादा खराब हो चुका था वैसे लोगों की मौत अधिक हुई। क्योंकि कोरोना ने दूसरी लहर में सबसे अधिक फेफड़ा पर ही अटैक किया है। इसके कारण मरीजों की ऑक्सीजन लेवल तेजी से नीचे गिर रहा है और समय पर इलाज नहीं मिलने से उनकी मौत हो रही है। जीवित रहने के लिए फेफड़ा कितना महत्वपूर्ण है, यह कोरोना ने बता दिया है। ऐसे में अब हर कोई अपने फेफड़े को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है। तभी वे कोरोना से लड़ाई जीत सकेंगे।
तीसरी लहर से बचने को तंबाकू छोड़ रहे लोग
अभी तीसरी लहर आने वाली है, ऐसे में लोग तंबाकू छोड़ने को लेकर ज्यादा संजीदा दिख रहे हैं। समाज में आ रहा यह बड़ा बदलाव पूरे देश के लिए रोल मॉडल साबित हो सकता है। अभियान सफल रहा तो जमशेदपुर के लोगों का फेफड़ा मजबूत तो होगा ही, इसके साथ में कैंसर, मोतियाबिंद, दांत में सड़न, बालों का झड़ना, टीबी, पेट का अल्सर, बांझपन, दिल की बीमारी सहित अन्य बीमारी से मुक्ति मिलने लगेगी। ऐसे रोगियों को कोरोना ने अधिक डैमेज किया है। कोरोना से अभी तक जिले में एक हजार 12 लोगों की मौत हुई है।
25 हजार लोगों को दिलाया गया संकल्प
सिविल सर्जन डॉ. एके लाल की विशेष पहल पर यह पूरी कार्ययोजना तैयार हुई है। तंबाकू से मुक्ति के लिए जिला तंबाकू नियंत्रण विभाग, जिला मानसिक विभाग व ट्रेंड सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) मिलकर काम कर रहा है। अभी सबका फोकस कोरोना से ठीक होकर घर लौटने वाले मरीजों पर है। क्योंकि उन्हें पता है कि कोरोना कितना खतरनाक है। वैसे लोगों को तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में थोड़ा से समझाने से वे खुशी-खुशी तौबा कर रहे हैं। अभी तक 25 हजार लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने का संकल्प दिलाया जा चुका है।
दो तरह से दिलाया जा रहा संकल्प, ट्रेंड सीएचओ निभा रही बड़ी भूमिका
तंबाकू सेवन रोकने को लिए कोरोना ड्यूटी में तैनात सभी सीएचओ को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इन सीएचओ की ड्यूटी कोविड अस्पताल, कोविड सेंटरों में लगी है। ऐसे में जब मरीजों की छुट्टी होती है तो सीएचओ तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में समझा रही है और उन्हें दोबारा तंबाकू का सेवन नहीं करने का संकल्प दिला रही है। साथ ही फोन के माध्यम से भी लोगों की काउंसलिंग की जा रही है।
दस लाख लोगों का नाम, पता, फोन नंबर विभाग के पास मौजूद
कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग ने लगभग दस लाख लोगों का नाम, पता व फोन नंबर इकट्ठा किया है। दरअसल, अभी तक लगभग दस लाख लोगों ने कोरोना की जांच कराई है। इन सभी का नाम, पता व फोन नंबर विभाग के पास मौजूद हैं। उन सभी लोगों से संपर्क किया जा रहा है। जो लोग फोन पर नहीं समझेंगे उनके घर टीम जाएगी और लोगों से तंबाकू सेवन नहीं करने की आग्रह करेगी।
ये कहते डाक्टर
कोरोना ही नहीं तंबाकू से भी जंग जीत लेना है। इस मिशन में हमारी टीम जुटी हुई है। कोरोना से ठीक होकर घर जाने वाले मरीजों को तंबाकू का सेवन नहीं करने का संकल्प दिलाया जा रहा है। लोग भी खुशी-खुशी तंबाकू छोड़ रहे हैं, जो पहले नहीं देखने को मिलता था। जमशेदपुर तेजी से तंबाकू मुक्त की ओर बढ़ रहा है।
- डॉ. एके लाल, सिविल सर्जन।