Jharkhand News: झोला छाप डाॅक्टर बनकर माओवादियों के लिए कर रहा था काम, इस तरह पकडा गय
Jharkhand News झारखंड के कोल्हान से बडी खबर है। झोला छाप चिकित्सक बनकर माओवादी संगठन के लिए काम करनेवाले एक व्यक्ति को टोंटो थाना की पुलिस ने गिरफ्तार करने में कामयाबी पायी है। वह सरायकेला-खरसावां जिला के कुचाई थाना अंतर्गत डोरो गांव का रहने वाला है।
चाईबासा, जासं। झारखंड के कोल्हान से बडी खबर है। झोला छाप चिकित्सक बनकर माओवादी संगठन के लिए काम करनेवाले एक व्यक्ति को टोंटो थाना की पुलिस ने गिरफ्तार करने में कामयाबी पायी है। गिरफ्तार व्यक्ति का नाम जगत महतो (40 वर्ष) है। वह सरायकेला-खरसावां जिला के कुचाई थाना अंतर्गत डोरो गांव का रहने वाला है।
वर्तमान में वह टोन्टो थाना के सुईम्बा गांव में रह कर दिखावे के लिए झोला छाप चिकित्सक का काम कर रहा था। वास्तव में वह नक्सलियों की चिकित्सा, दवाएं उपलब्ध करवाना और पुलिस व फोर्स की गतिविधि की खबर नक्सलियों को देने का कार्य करता है। टोंटो थाना प्रभारी सगेन मुर्मू ने बताया कि पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा को 13 अप्रैल को गुप्त सूचना मिली की टोन्टो थानांतर्गत पुरनापानी के आस-पास कुछ लोग संदिग्धावस्था में घूम रहे हैं और किसी प्रकार की घटना को अंजाम दे सकते हैं। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हम लोग एक टीम लेकर उक्त क्षेत्र में गए। टीम जैसे ही पुरनापानी गांव के पास पहुंची तो एक व्यक्ति हाथों में कुछ सामान लेकर भागने की कोशिश करता हुआ दिखा। सावधानीपूर्वक उसका पीछा कर उसे पकड़ा गया तो उसके पास प्रतिबंधित नक्सल साहित्य व पर्चे मिले। तत्काल उसे टोंटो थाने में लाया गया।
2007-08 से ही संगठन के बड़े कमांडरों से संपर्क में रहा
पूछताछ के दौरान पता चला कि वो टोन्टो थाना के सुईम्बा गांव में रह कर दिखावे के लिए झोला छाप चिकित्सक का काम करता है, लेकिन वास्तव में वह नक्सलियों को चिकित्सीय सहायता देने के साथ-साथ पुलिस व फोर्स की गतिविधि की खबर नक्सली को देने का कार्य करता है। वह वर्ष 2007-08 से ही संगठन के बड़े कमांडरों से संपर्क में रहा है जिनमें मुख्यतः कुंदन पाहन, निर्मल उर्फ प्रसाद, जीवन कंडुलना व महाराज प्रमाणिक जैसे कमाण्डर हैं। विभिन्न मुठभेड़ों के दौरान घायल हुए नक्सलियों का उसने इलाज किया है। पुलिस उससे नक्सलियों के बारे में और जानकारी लेने की कोशिश कर रही है।