Jharkhand News: कोल्हान विश्वविद्यालय में लागू हुआ ‘वर्क फ्रॉम होम’, सभी एक्सटर्नल लिखित परीक्षा स्थगित
Work from home at Kolhan University कोल्हान विश्वविद्यालय में मंगलवार से वर्क फ्रॉम होम का आदेश लागू कर दिया गया। यह व्यवस्था 13 से 25 अप्रैल तक रहेगी। अति आवश्यक कार्य के लिए पदाधिकारी व कर्मचारियों को कार्यालय बुलाया जा सकता है।
जमशेदपुर, जासं। कोल्हान विश्वविद्यालय में मंगलवार से वर्क फ्रॉम होम का आदेश लागू कर दिया गया। कुलसचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि वर्तमान समय में कोविड-19 का संक्रमण लगातार बढ़ने के कारण विश्वविद्यालय शिक्षक संघ व विश्वविद्यालय के अभिषद सदस्य अमिताभ सेनापति तथा घंटी आधारित शिक्षक संघ से प्राप्त आवेदन, मनोहरपुर डिग्री कॉलेज में कर्मियों का कोविड-19 संक्रमण व जमशेदपुर स्थित करीम सिटी कॉलेज के सेवानिवृत्त शिक्षक का कोविड-19 से मृत्यु के कारण कुलपति की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के संकाय अध्यक्ष विभागाध्यक्ष कालेजों के प्राचार्य व विश्वविद्यालय अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक हुई।
इसमें निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय मुख्यालय व विश्वविद्यालय के अधीन विभिन्न महाविद्यालयों का शैक्षणिक तथा गैरशैक्षणिक कार्य वर्क फ्रॉम होम द्वारा होगा, ताकि कोविड-19 संक्रमण की श्रंखला को तोड़ा जा सके। यह व्यवस्था 13 से 25 अप्रैल तक रहेगी। अति आवश्यक कार्य के लिए पदाधिकारी व कर्मचारियों को कार्यालय बुलाया जा सकता है। मुख्यालय कर्मी मुख्यालय में बने रहेंगे। विशेष परिस्थिति में अपने नियंत्री पदाधिकारी से अनुमति के बाद ही मुख्यालय छोड़ेंगे। विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित समस्त एक्सटर्नल लिखित लिखित परीक्षा अग्रिम आदेश तक स्थगित की जाती है। वहीं ऑनलाइन इंटरनल परीक्षाएं यथावत निर्धारित तिथि के अनुसार संचालित होंगी। सभी कर्मियों को निर्देशित किया घंटी आधारित शिक्षक वर्क फ्रॉम होम का आदेश जारी करने की मांग कर रहे थे
जाता है कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का अवश्य पालन करें एवं सुरक्षित रहें।
ज्ञात हो कि कोल्हान विश्वविद्यालय के घंटी आधारित शिक्षक काफी दिनों से वर्क फ्रॉम होम का आदेश जारी करने की मांग कर रहे थे। इसी बीच मनोहरपुर डिग्री कालेज के कई शिक्षक-कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए। वहीं जमशेदपुर स्थित करीम सिटी कालेज के सेवानिवृत्त शिक्षक की सोमवार को मृत्यु हो गई, जिससे विश्वविद्यालय प्रबंधन यह आदेश जारी करने के लिए गंभीर हो गया।