Work from home से बदल गया काम का सिस्टम, जानिए क्या सोचते हैं टाटा मोटर्स सहित बड़ी कंपनियों के एचआर मैनेजर्स
कंपनियां भी अब अपने मैनेजर व टीम लीडर से यह उम्मीद कर रही है कि वे सहानुभूति व मजबूत व संवेदशीलन संवाद कौशल के साथ अपने मातहतों से बात करें। टाटा स्टील टाटा मोटर्स सहित अन्य कंपनियां भी अपने कर्मचारियों को आनलाइन टीम मीटिंग कर रही है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर । जमशेदपुर स्थित टाटा मोटर्स कंपनी में कर्मचारियों का एक समूह अपने स्मार्टफोन पर चिपके लाउंज में बैठे हुए हैं। सभी माइक्रोसॉफ्ट टीम के माध्यम से एक सत्र में हिस्सा ले रहे हैं, जिसे कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स (एचआर) अधिकारी मुंबई स्थित अपने घर से संचालित कर रहे हैं। उनके साथ एक डायटिशियन महामारी के बीच चिंता और तनाव को दूर करने के लिए एक स्वस्थ जीवन शैली, पोषण और एक फिटनेस शासन के महत्व को बता रही है।
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं को छूते हुए ऐसे सत्र अब कंपनी की निर्माण इकाइयों और अन्य जगहों पर कार्यरत लोगों के लिए आम बात हो चली है। दो साल पहले तक किसी ने नहीं सोचा होगा कि मैनुफैक्चरिंग यूनिट के कर्मचारी इस तरह कोई ऑनलाइन सत्र में हिस्सा लेंगे। लेकिन यह एक बदलाव है जिसे कोविड -19 ने लाया है।
संवेदनशील संवाद कौशल समय की मांग
कंपनियां भी अब अपने मैनेजर व टीम लीडर से यह उम्मीद कर रही है कि वे सहानुभूति व मजबूत व संवेदशीलन संवाद कौशल के साथ अपने मातहतों से बात करें। टाटा मोटर्स के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (CHRO) रवींद्र कुमार जीपी कहते हैं, इस समय हाइब्रिड वर्क मॉडल में भी फर्मों को उम्मीद है कि वे महामारी को मात देंगे। कंपनियों को अपने कर्मचारियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए दयालु नेतृत्व की आवश्यकता है।
टाटा स्टील ने कर्मचारियों को देश के किसी हिस्से से काम करने की दे रखी है छूट
कोविड 19 के पहले व दूसरे वेव के कारण मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, खासकर स्टील व वाहन निर्माण कंपनियों में भी कार्यप्रणाली बदल गई। किसी ने सोचा भी नहीं था होगा कि कर्मचारी घर से ही बैठकर ऑफिस का काम कर सकते हैं। स्टील उत्पादक कंपनी टाटा स्टील ने भी कोविड 19 महामारी से अपने कर्मचारियों को बचाने के लिए कर्मचारियों को छूट दी कि वे देश के किसी भी शहर से रहकर काम कर सकते हैं इसके लिए कंपनी प्रबंधन ने एजाइल सिस्टम शुरू किया। इसका उद्देश्य कर्मचारियों को बेहतर कार्यस्थल देना। साथ ही उन्हें व परिवार को भी यह चिंता नहीं रहेगी कि कोविड 19 में उनका परिवार किस तरह से है यानि कर्मचारी तनाव मुक्त रहेगा।
कंपनी व कर्मचारी को खुश रहना जरूरी
टेक फर्म हैप्पी प्लस कंसल्टिंग के संस्थापक सह सीईओ आशीष अंबष्टा का कहना है कि कर्मचारी कल को बेहतर बनाने के लिए जिम्मेदार है तो प्रबंधन भी बेहतर आज देने के लिए जिम्मेदार है। अंबष्टा कहते हैं कि हर कर्मचारी एक संगठन को देखकर अपने बेहतर भविष्य के लिए वहां आता है तो हमें भी उन्हें बेहतर आज देना होगा। कंपनी या कर्मचारी खुश रहे इसके लिए जरूरी है कि दोनो एक-दूसरे की जरूरतों को पूरा करें।
वर्क फ्रॉम होम समय की मांग
मोंडेलेज इंडिया के निदेशक सह एचआर महालक्ष्मी कहती है कि वर्क फ्रॉम होम समय की मांग है। घर से काम करने पर दूसरे शहरों में रहने वाले कर्मचारी न सिर्फ अपने परिवार के साथ समय बिता पाएंगे बल्कि बेहतर करने के लिए भी प्रोत्साहित होते हैं। हमने पहले बड़े अधिकारियों के साथ वर्क फ्रॉम होम करना शुरू किया। रिजल्ट बेहतर आते पर इसे निचले स्तर के एचआर अधिकारियों के लिए प्रभावी कर दिया। हमारे पर फ्लेक्सिबल वर्कफोर्स प्रोग्राम भी है जो टीमवर्क को भी प्रेरित करती है।
वर्क फ्रॉम होम को हम छुट्टी नहीं मान सकते
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के एचआर प्रमुख राहुल गामा कहते हैं कि वर्कफ्रॉम होम के दो पहलु हैं, पहला हर कर्मचारियों को अपने नेतृत्वकर्ता द्वारा दिए गए आर्डर को गंभीरता से लेना होगा। उनके सुझावों को मानना होगा। वहीं, प्रबंधन को भी चाहिए कि वे अपने कर्मचारियों के सुहानुभूति रखे और उन पर निगरानी न करें। फिर चाहे वे घर पर रहकर कोविड 19 मरीजों की देखभाल कर समय क्यों नहीं व्यतीत कर रहे हैं। वर्क फ्रॉम होम को हम छुट्टी नहीं मान सकते।
कर्मचारियों को इनोवेटिव होना होगा
महिंद्रा एंड महिंद्रा के सीएचआरओ राजेश्वर त्रिपाठी कहते हैं हम अपने कर्मचारियों को अधिक से अधिक कनेक्ट रहने के लिए प्रेरित करते हैं। काम और जीवन में बदलाव आया है। कर्मचारियों को भी अपनी भूमिका सहित इनोवेटिव और काम के प्रति चुस्त होना होगा। मैरिको कंपनी के सीएचआरओ अमित प्रकाश कहते हैं कि वर्कफ्रॉम होम के लिए हमने अपने लीडरशिप को न सिर्फ प्रशिक्षित किया बल्कि उन्हें अपने टीम के सदस्यों के लिए चिंता करने, उन्हें तनावमुक्त रखने और उनके स्वास्थ्य का भी ख्याल रखने को भी कहा गया है।
टाइम फ्रेम टारगेट पर काम खत्म करना जरूरी
मोंडलेज इंडिया की एचआर महालक्ष्मी आर कहती है कि कोविड के कारण व्यापक स्तर पर तीन बड़े बदलाव हम देख रहे हैं। जो नई कार्य संस्कृति की ओर बढ़ने की ओर है। पहला, हम टाइम फ्रेम टारगेट पर काम समाप्त करने के लिए कर्मचारियों को प्रेरित कर रहे हैं। दूसरा, कैसे हम अपने कर्मचारियों के साथ बेहतर संवाद स्थापित कर रहे हैं और तीसरा हम उनकी प्रतिभा को निखारने और कंपनी के साथ बने रखने के किस तरह से उपाय कर रहे हैं