पीरियड में थी महिला तीरंदाज, कोच ने कहा दौड़ो, साई से कर दी शिकायत
पंजाब की एक महिला तीरंदाज ने देश के प्रतिष्ठित कोच व हाई परफॉर्मेंस सेंटर के निदेशक संजीव सिंह पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए साई ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर जांच शुरू कर दी है। जानिए क्या है मामला
जमशेदपुर : साई के नेशनल सेंटर आफ एक्सीलेंस में अभ्यास कर रही वरिष्ठ महिला तीरंदाज ने हाई परफार्मेंस सेंटर के निदेशक व द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त अंतरराष्ट्रीय तीरंदाजी कोच संजीव सिंह के खिलाफ उत्पीड़न के आरोप लगाया है। महिला तीरंदाज ने इस बाबत साई और भारतीय तीरंदाजी संघ से भी शिकायत दी। वहीं हाई परफार्मेंस निदेशक संजीव सिंह से जवाब मांगा गया है। मामला 24 सितंबर का है।
संजीव सिंह ने आरोपों को नकारा
संजीव सिंह ने महिला तीरंदाज के आरोप को खारिज करते हुए कहा, मैंने तीरंदाज को केवल तभी आराम करने को कहा जब वह अस्वस्थ हों। मैंने बस इतना किया कि अगर वह ठीक महसूस नहीं कर रही है तो उसे आराम करे। मैं आगे कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।
माहवारी के दौरान पांच चक्कर लगाने की सजा देने का आरोप
महिला तीरंदाज ने अधिकारी पर माहवारी के दौरान उसे मैदान में दौड़ते हुए पांच चक्कर लगाने की सजा दी थी। महिला खिलाड़ी की शिकायत पर साई ने तीन अधिकारियों की कमेटी बनाकर जांच शुरू कर दी है और आरोपित अधिकारी से जवाब मांगा है।
कोच संजीव ने मैदान से बाहर जाने को कहा
गौरतलब है कि साई के नेशनल सेंटर आफ एक्सीलेंस में देशभर के तीरंदाज अभ्यास कर रहे हैं। आरोप लगाने वाली महिला तीरंदाज ने बताया कि 24 सितंबर को खिलाड़ी मैदान पर अभ्यास कर रहे थे। वह दौरान माहवारी से गुजर रही थी, जिसकी सूचना उसने कोच को भी दे रखी थी। वह मैदान पर कुछ देर से पहुंची।
हाई परफार्मेंस निदेशक संजीव सिंह वहां पर मौजूद थे। उन्होंने उस पर भड़कते हुए देरी से आने पर सार्वजनिक रूप से अभद्रता की और मानसिक रूप से परेशान किया।
तीरंदाजी कोच संजीव सिंह।
महिला खिलाड़ी का आरोप, भागने को किया मजबूर
संजीव सिंह पर आरोप लगाते हुए महिला तीरंदाज ने कहा, उन्होंने मुझे भागने के लिए मजबूर किया और मुझे धमकी दी कि वह मुझे घर ले जाएगा। किसी तरह मैंने मैदान के चारों ओर घूमते हुए एक चक्कर पूरा किया। फिर मैंने उनसे कहा, 'सर मैं दौड़ नहीं सकती, मैं अपने पीरियड्स पर हूं'।
वह पूरे गुस्से में चिल्लाए और कहा, अगर आप मेडिकल रूप से बीमार हैं तो मैदान से बाहर हो जाओ। आपको एनसीओई में रहने का कोई अधिकार नहीं है। आरोप है कि इस पर अधिकारी संजीव सिंह ने गुस्से से कहा कि आप बीमार हैं तो मैदान से बाहर जाओ, आपको सेंटर में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
साई ने मामले की जांच के लिए बनाई तीन सदस्यीय कमेटी
साई की क्षेत्रीय निदेशक ललिता शर्मा ने बताया इस मामले में साई ने जांच के लिए तीन अधिकारियों की एक कमेटी का गठन किया। कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। भारतीय तीरंदाजी संघ के महासचिव प्रमोद चंदुरकर ने कहा, हमें शिकायत मिली है। हम सभी पक्षों से बात करेंगे और जल्द ही कोई फैसला लेंगे।
टाटा स्टील खेल विभाग के चीफ रह चुके हैं संजीव सिंह
संजीव सिंह टाटा स्टील खेल विभाग के चीफ रह चुके हैं। टाटा तीरंदाजी अकादमी की स्थापना में उनका अहम योगदान रहा है। दीपिका कुमारी, डोला बनर्जी से लेकर तरुणदीप राय व राहुल बनर्जी कोच संजीव सिंह की ही खोज है। उन्हें 1992 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, जबकि 2009 में द्रोणाचार्य पुरस्कार मिला।