नक्सली नेता प्रशांत बोस से जांच एजेंसी जमशेदपुर के सांसद सुनील महतो की हत्या का रहस्य क्या उगलवा पाएगी
Sunil Mahato Murder case जाे भी नक्सली पकड़ा गया उसने यहीं जानकारी दी कि संगठन के शीर्ष नेतृत्व के कहने पर सांसद की हत्या की गई इसके सिवाय कुछ नहीं जानते। अब संगठन का थिंक टैंक प्रशांत बोस उर्फ किशन दास पुलिस की गिरफ्त में है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता : जमशेदपुर के झामुमो सांसद सुनील महतो पांच की हत्या पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला अनुमंडल के बाघुडिया फुटबाल मैदान में भरी भीड़ के सामने 4 मार्च 2007 को नक्सलियों ने बेरहमी पूर्वक कर दी थी। अत्याधुनिक हथियार लूट लिए थे। सांसद को गोली मारने के बाद महिला नक्सलियों ने सांसद की छाती पर चढ़कर अपने आक्रोश को व्यक्त किया था। हत्या की प्राथमिकी घाटशिला थाना में दर्ज की गई थी। कुछ समय तक जांच जिले की पुलिस करती रही।
इसके बाद मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ को सौंप दी गई। हत्या के 14 साल पूरे हो गए। हत्या नक्सलियों ने की। बस इतना ही अब तक सामने आया। लोकप्रिय सांसद की हत्या संगठन ने किसके इशारे पर की और क्यों की यह एक रहस्य रह गया जब भी कोई बड़ा नक्सली गिरफ्तार होता है तो ये आस सुनील महतो की पत्नी पूर्व सांसद सुमन महतो समेत सांसद की मां को लगी रहती है। हत्या के कुछ रहस्य सामने आएंगे, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया। जाे भी नक्सली पकड़ा गया उसने यहीं जानकारी दी कि संगठन के शीर्ष नेतृत्व के कहने पर सांसद की हत्या की गई इसके सिवाय कुछ नहीं जानते। अब संगठन का थिंक टैंक प्रशांत बोस उर्फ किशन दास जो संगठन के शीर्ष स्तर का नेता है और लगभग चार दशक के बाद वह पुलिस की गिरफ्त में है। वह सात दिनों की रिमांड पर है।
ये भी है चर्चा
एेसी चर्चा है कि उससे एनआइए, आइबी और सीबीआइ भी पूछताछ करेगी। उससे क्या जांच एजेंसी सांसद की हत्या का रहस्य उगलवा पाएगी कि किसके इशारे पर सांसद की हत्या की गई थी। नक्सली केवल माध्यम थे और हत्या के पीछे का साजिशकर्ता कोई और था इसका जवाब हर कोई जानने को जानना चाहता है विशेष राजनीतिज्ञ से जुड़े लोग भी यही चाहते है। वैसे सांसद हत्याकांड का आरोपित नक्सली रंजीत पाल और उसकी पत्नी पश्चिम बंगाल में 2016 में आत्मसमर्पण कर चुके है। अन्य आरोपित असीम मंडल उर्फ आकाश जो एक करोड़ का इनामी है वह और पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा झुझका निवासी रामदास माडी उर्फ सचिन और उसकी पत्नी अब तक वांटेड है। प्रशांत बाेस और असीम मंडल की जोड़ी संगठन में पुरानी रही है। गौरतलब है। प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला समेत पांच नक्सलियों को पुलिस टीम ने सरायकेला-खरसावां जिले के कांड्रा से 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था।