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Tata Motors : आखिर जबरदस्त बिक्री के बावजूद टाटा मोटर्स को क्यों हो रहा है नुकसान

Tata Motors वर्तमान वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में टाटा मोटर्स को 4144 करोड़ का घाटा हुआ। टाटा मोटर्स की पैसेंजर कार सेगमेंट जबरदस्त कमाई कर रही है इसके बावजूद इतना घाटा क्यों हो रहा है। जगुआर लैंड रोवर की भी अच्छी डिमांड है। जानिए इसके पीछे का कारण....

By Jitendra SinghEdited By: Published: Sat, 06 Nov 2021 08:45 AM (IST)Updated: Sat, 06 Nov 2021 11:00 AM (IST)
Tata Motors : आखिर जबरदस्त बिक्री के बावजूद टाटा मोटर्स को क्यों हो रहा है नुकसान
Tata Motors : आखिर जबरदस्त बिक्री के बावजूद टाटा मोटर्स को क्यों हो रहा है नुकसान

जमशेदपुर : वैश्विक महामारी कोविड 19 के बाद बाजार की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ। इसका फायदा हर कंपनी को हो रहा है। लेकिन कोविड 19 के बाद एक नई समस्या, सेमी कंडक्टर की कमी आई जिससे लगभग हर वाहन निर्माता कंपनी इससे परेशान है। इसके कारण अधिकतर कंपनियों का उत्पादन और डिमांड प्रभावित हो रहा है। टाटा मोटर्स भी इस समस्या से जूझ रहा है क्योंकि महंगाई बढ़ने से अधिक कंपनियों का मार्जिन भी कम हो गया है और प्रतियोगिता के कारण कंपनियां अपने कार की कीमतें भी नहीं बढ़ा रहे हैं।

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टाटा मोटर्स को हुआ 4,441 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा

सेमी कंडक्टर की कमी के कारण चालू वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी को 4,441 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। जबकि पिछली तिमाही में भी कंपनी 4,453 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। हालांकि कंपनी ने अपने शुद्ध राजस्व में 14.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।

सेमी कंडक्टर की कमी का असर जगुआर लैंड रोवर की बिक्री पर भी दिख रहा है। दूसरी तिामही में जगुआर लैंड रोवर ने 92,700 यूनिट की बिक्री की जो पिछले वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत कम है। वहीं, थोक बिक्री भी 13 प्रतिशत घटकर 64,000 यूनिट रह गई है। हालांकि जगुआर का एबिटा मार्जिन 7.3 प्रतिशत हुआ जबकि पिछली बार नौ प्रतिशत था।

पैसेंजर और कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में आई तेजी

वहीं, टाटा मोटर्स कंपनी की बिक्री की बात करें तो कंपनी ने अपने पैसेंजर व्हीकल (पीवी) और पिक अप व कॉमर्शियल वाहन (सीवी) की बिक्री में जबदस्त बढ़ोतरी दर्ज की है। बाजार विश्लेषकों की माने तो कंपनी ने भारत में मार्जिन 3.9 प्रतिशत ही रहा जो अनुमान से छह प्रतिशत कम है। इसमें घरेलू कॉमर्शियल व्हीकल मार्जिन में हाई कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी और प्रतियोगिता में बढ़ोतरी का असर दिख रहा है।

जगुआर के पास 1.25 लाख का है आर्डर

टाटा मोटर्स को उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में सेमी कंडक्टर की आपूर्ति में सुधार हो जाएगा। इससे कंपनी को अपने प्रदर्शन में सुधार करने में मदद मिलेगी। हालांकि कंपनी प्रबंधन का कहना है कि उन्हें निम्न गुणवत्ता वाले सेमी कंडक्टर मिल रहे हैं लेकिन हम उच्च गुणवत्ता वाले सेमी कंडक्टर को ही प्राथमिकता दे रहे हैं।

पैसेंजर काम की बिक्री काफी मजबूत

टाटा मोटर्स के घरेलू बाजार में पैसेंजर व्हीकल (पीवी) की बिक्री काफी मजबूत है। आर्थिक सुधार को गति मिलने के साथ ही कंपनी के पैसेंजर वाहनों की बिक्री में भी तेजी आई है। पिछले 33 तिमाहियों के आंकड़ों पर गौर करे तो टाटा मोटर्स ने चालू तिमाही में 11.3 प्रतिशत की हिस्सेदारी बाजार में हासिल की है और सबसे अधिक पैसेंजर कार की बिक्री दर्ज की है।

वहीं, कॉमर्शियल सेगमेंट में कंपनी की बाजार में 44.6 प्रतिशत की हिस्सेदारी उसके दबदबे को दर्शाती है। दूसरी तिामही में कंपनी ने मुख्य चार क्षेत्रों में मध्यम व भारी वाणिज्यिक वाहन, हल्के वाणिज्यिक वाहन और छोटे वाणिज्यिक वाहन सेगमेंट में जबदस्त बिक्री की है।


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