Sitafal Facts : सीताफल खाने से आखिर क्यों डरते हैं आप, आज सच्चाई जान लीजिए
Sitafal Facts अक्सर लोग सीताफल खाने से कतराते हैं। लोगों के बीच यह भ्रांतियां फैली है कि सीताफल खाने से शरीर को नुकसान होता है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज की डायटिशियन अनु सिन्हा बता रही है इसकी सच्चाई....
जमशेदपुर : सीताफल को लेकर अगर आपके मन में किसी तरह के सवाल हैं या फिर भ्रम हैं तो उसे दूर कर लें। क्योंकि अक्सर लोगों के मुंह से आपने सुना होगा कि सीताफल खाने से यह हो जाता है वह हो जाता है। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। अगर आपके मन में किसी तरह का भ्रम है तो उसे हम दूर कर देते हैं।
दरअसल, घर में बड़े-बुजुर्गों से आपने सूना होगा कि मौसमी फल खाने से सेहत को लाभ पहुंचता है, लेकिन सीताफल को लेकर लोगों के मन में भ्रम होता है। लोग इस फल को खाने से मना करते हैं। इसमें कितनी सच्चाई है, चलिए हम आपको बताते हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज की डायटीशियन अनु सिन्हा के अनुसार, सीताफल या कस्टर्ड एप्पल स्वादिष्ट फल है जो हमारी हेल्थ के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए इसकी सिफारिश की जाती है। सीताफल ऊपर से हरे और अंदर से हल्के पीले रंग का सुगंधित, मीठा और क्रीमी होता है।
लोगों में भय : डायबिटीज खाने पर सीताफल खाने से बचें
सही तथ्य : सीताफल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और ऐसे मौसमी फलों को डायबिटीज रोगियों के लिए अधिक अनुशंसित किया जाता है।
लोगों में भय : मोटापा होने पर नहीं खाएं सीताफल
सही तथ्य : अधिकांश लोग के मुंह से आपने यह कहते हुए सूना होगा कि मोटापा होने पर सीताफल का सेवन नहीं करना चाहिए। इसे खाने से बचना चाहिए। हालांकि, यह सच नहीं है। वास्तविकता यह है कि यह फल विटामीन-बी कॉम्प्लेक्स, विशेष रूप से विटामिन-बी का एक अच्छा स्त्रोत है। इसलिए यह सूजन को कम करने का भी काम करता है।
लोगों में भय : हार्ट रोगी को पहुंचाता नुकसान
सही तथ्य : आपने देखा होगा कि हार्ट के रोगी सीताफल खाने से बचते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। सच तो यह है कि यह फल दिल के अच्छा होता है। सीताफल मैंगनीज और विटामिन-सी जैसे मिनरल्स से भरपूर होते हैं और हार्ट और सर्कुलेटरी सिस्टम पर इसका एंटी-एजिंग प्रभाव पड़ता है।
लोगों में भय : पीसीओडी में सीताफल को खाने से बचें
सही तथ्य : पीसीओडी से ग्रस्त महिलाएं भी सीताफल को खाने से बचती है। लेकिन यह गलत है। सीताफल आयरन का एक अच्छा स्त्रोत है और यह थकान, चिड़चिड़ापन की भावनाओं से लड़ने के साथ-साथ फर्टिलिटी में भी सुधार करता है।