Weekly News Roundup Jamshedpur : विपक्ष की गोद में बैठ गए जोगी,पढ़िए कॉरपोरेट जगत की अंदरूनी खबर
Weekly News Roundup Jamshedpur. जोगी कभी सत्ता पक्ष के हनुमान हुआ करते थे। नेताओं को अपने कंधे पर बैठा कर जीत का जश्न मनाते थे। मोटी-मोटी मलाएं पहनाते थे।
जमशेदपुर, निर्मल प्रसाद। एलडी-2 के कमेटी मेंबर जोगिंदर सिंह जोगी कभी सत्ता पक्ष के हनुमान हुआ करते थे। नेताओं को अपने कंधे पर बैठा कर जीत का जश्न मनाते थे। मोटी-मोटी मलाएं पहनाते थे। जोगी को इसका फायदा भी मिला और रवि प्रसाद के दो कार्यकाल में पीएफ ट्रस्टी के सदस्य बने रहे। लेकिन चुनाव से छह माह पहले कुछ अंदरूनी विवादों के कारण उनका आर ग्रुप से मोह भंग हो गया है।
ऊपर से पीएफ कमेटी के सदस्यों की इन-आउट पंचिंग ने इस नाराजगी को हवा दे दी। ऐसे में सत्ता पक्ष से नाराज चल रहे जोगी अब विपक्ष की गोद में बैठ गए हैं। जोगी ट्रेड यूनियन से लेकर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में काफी सक्रिय हैं। ऐसे में जोगी की नाराजगी का मलतब एक बड़े वोट बैंक से आर ग्रुप को हाथ धोना पड़ सकता है। अब देखना यह है कि विपक्ष को जोगी की दोस्ती कितनी रास आती है।
चुनाव पूर्व आरओ पर राजनीति शुरू
टाटा वर्कर्स यूनियन में चुनाव से पहले निर्वाचन पदाधिकारी (आरओ) को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। जाति समीकरण को भी खूब हवा दी जा रही है। सत्ता पक्ष से अध्यक्ष का उम्मीदवार कौन होगा? इस पर ही आरओ तय होगा। यदि रवि गुट से शैलेश उम्मीदवार बनेंगे तो बैकवर्ड पोस्ट से प्रवीण कुमार आरओ उम्मीदवार होंगे। यदि निवर्तमान डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय पर दांव खेला गया तो एलडी-2 के पूर्व कमेटी मेंबर असुन शर्मा को आरओ बनाया जाएगा। कोक प्लांट के पीके सिंह को भी आर ग्रुप से फारवर्ड पोस्ट के वोट काटने के लिए खड़ा किया जाएगा। महामंत्री सतीश सिंह अभी वेट एंड वॉच की भूमिका में हैं। यह सर्वविदित है कि जिस गुट का आरओ जीतेगा, चुनाव में उसकी ही जीत पक्की होगी। क्योंकि आरओ कठपुतली की तरह अपने समर्थक कमेटी मेंबरों के हर निर्वाचन क्षेत्र का मामला सेट कर उनकी जीत की राह आसान कर देगा।
चुनाव पर विभाग बना मौनी बाबा
जुस्को श्रमिक यूनियन चुनाव में श्रमायुक्त से लेकर उप श्रमायुक्त विभाग से विपक्ष को उम्मीद थी कि असंवैधानिक प्रक्रिया से हुई आमसभा की जांच होगी। लेकिन कई आवेदनों के बावजूद विभाग मौनी बाबा बन गया है। उप श्रमायुक्त ने पिछले दिनों साफ कर दिया कि उन्हें यूनियन की किसी प्रक्रिया पर हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है। ऐसे में विपक्ष के नेताओं ने श्रमायुक्त का रूख किया। 19 मार्च से लेकर अब तक पत्र सहित दो रिमाइंडर भी भेजे, लेकिन श्रमायुक्त कार्यालय शायद कुछ सुनने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में विपक्ष छटपटाने के अलावा कुछ कर नहीं सकता। जबकि सत्ता पक्ष से अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय हों या ऑफिस बियरर, लगातार उपायुक्त कार्यालय जाकर यूनियन चुनाव की अनुमति देने की गुहार प्रशासन से लगा रहे हैं। विपक्ष 14 मार्च को जुस्को यूनियन की आमसभा के वीडियो और फोटो लेकर घूम रहे है, लेकिन श्रम विभाग सुने तब तो।
एलडी-दो के कारण रुक गया आइबी
टाटा स्टील कंपनी के सभी विभागों का इंसेटिव बोनस अप्रैल से फ्रीज है। विरोध होने पर टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने आश्वासन दिया था कि जून में इस पर बात होगी। लेकिन जून खत्म होने को है। उम्मीद की कोई किरण नजर नहीं आ रही है। होगा भी कैसे, एलडी-2 के पूरे साल का एनवल ऑपरेटिंग प्लान (एओपी) कुछ ऐसा बना है कि वर्तमान परिस्थिति में एलडी-2 प्रोडक्शन 70 फीसद से ऊपर नहीं जा पा रहा है। जैसे ही इसका प्रोडक्शन ऊपर होगा, विभाग को एरियर मिलना शुरू हो जाएगा। तब तक के लिए सभी का फ्रीज रहेगा। इसमें दूसरे विभागों के कर्मचारियों का कसूर बस इतना है कि अध्यक्ष उनके विभाग के नहीं हैं। यदि दूसरे विभागों का आइबी शुरू हो गया और एलडी-2 में बंद रहा तो अध्यक्ष पर ही सवाल उठने लगेगा। इसलिए सभी विभागों का बंद ही सही उचित प्रतीत हो रहा है।