जलापूर्ति योजना में एनओसी के लिए रेलवे को दिए एक करोड़
237 करोड़ रुपये की लागत से बन रही छोटा गोविंदपुर और बागबेड़
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : 237 करोड़ रुपये की लागत से बन रही छोटा गोविंदपुर और बागबेड़ा जलापूर्ति योजना में रेलवे के इलाके में पाइप लाइन बिछाने का रास्ता साफ हो रहा है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने इन इलाकों में पाइप लाइन बिछाने के लिए एनओसी देने को एक करोड़ एक लाख रुपये रेलवे के खाते में जमा कर दिए हैं। इसके बाद रेलवे ने एनओसी देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जबकि, वन विभाग ने अपने इलाके में पाइप लाइन बिछाने के लिए एनओसी जारी कर दी है।
रेलवे से एनओसी मिलते ही पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना के लिए पाइप लाइन बिछाने को रेलवे ने 63 लाख रुपये मांगे थे। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने ये रुपये रेलवे को दे दिए हैं। इसी तरह, बागबेड़ा जलापूर्ति योजना के तहत रेलवे की 30 बस्तियों में पाइप लाइन बिछाने को एनओसी देने के लिए रेलवे ने 38 लाख रुपये मांगे थे। ये रकम भी रेलवे को दे दी गई है। अब रेलवे ने एनओसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता शिशिर कुमार सोरेन ने बताया कि छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना के लिए बन रहा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तकरीबन बन कर तैयार हो चुका है। ओवर हेड टैंकों का निर्माण भी अंतिम चरण में है। जबकि, बागबेड़ा जलापूर्ति योजना के लिए अभी सोनारी के नजदीक दोमुहानी में इंटक वेल का निर्माण शुरू हुआ है।
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इस गर्मी में पानी नहीं पिला पाएंगी योजनाएं
इस साल गर्मी में लोगों को पानी नहीं पिला पाएंगी। इन दोनों इलाकों में अब तक रेलवे क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू नहीं हो पाया है। छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना जून में शुरू होने की बात चल रही है लेकिन, ऐसा होना मुश्किल नजर आ रहा है।