लाठी-डंडे से लैस ग्रामीणों ने सारडीहा स्टेशन पर स्टील एक्सप्रेस को रोका, सांसत में यात्री
सारडीहा के स्थानीय ग्रामीणों ने टाटा-हावड़ा स्टील एक्सप्रेस के ठहराव की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक जामकर पटरी पर बैठ गए। इसके चलते स्टील एक्सप्रेस करीब ढाई घंटे तक सारडीहा स्टेशन पर ही खड़ी रही। ग्रामीणों ने करीब ढाई घंटे तक बवाल काटा।
जमशेदपुर : सारडीहा के स्थानीय ग्रामीणों ने टाटा-हावड़ा स्टील एक्सप्रेस के ठहराव की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक जामकर पटरी पर बैठ गए। इसके चलते स्टील एक्सप्रेस करीब ढाई घंटे तक सारडीहा स्टेशन पर ही खड़ी रही। ग्रामीणों ने करीब ढाई घंटे तक बवाल काटा।
लाठी-डंडे से लैस ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा। रेलवे प्रशासन ने समझाने का हर संभव प्रयास किया मगर वे अपनी मांगों को लेकर डटे रहे। इधर टाटानगर से स्टील एक्सप्रेस में सवार यात्री परेशान रहे। यात्रियों की किसी अनहोनी की आशंका से सांसे रुकी रही। बाद में स्थानीय प्रशासन व आरपीएफ की मदद से ग्रामीणों को रेलवे ट्रैक से हटाया गया। ट्रेन करीब ढाई घंटे बाद सुबह 11 बजे हावड़ा के लिए रवाना हुई।
ट्रेन में सवार परसुडीह के यात्री राजीव दत्ता ने बताया कि ट्रेन अपने निर्धारित समय पर चल रही थी। जैसे ही ट्रेन सारडीहा स्टेशन पहुंची ग्रामीणों का भारी हुजूम रेलवे ट्रैक पर बैठ विरोध-प्रदर्शन आरंभ कर दिया। मालूम हो कि कोविड-19 को लेकर ट्रेनों का परिचालन रेलवे ने पिछले कुछ माह से बंद कर रखा था।
इधर धीरे-धीरे ट्रेनों का परिचालन को आरंभ किया गया है मगर कई ट्रेनों का ठहराव कम कर दिया गया हैं। स्टील एक्सप्रेस का ठहराव भी सारडीहा स्टेशन पर बंद कर दिए जाने से ग्रामीण नाराज थे। ग्रामीणों ने कई बार रेलवे को ट्रेन के ठहराव के लिए अल्टीमेटम तक दिया था मगर रेलवे की ओर से सारडीहा स्टेशन पर ठहराव नहीं दिए जाने से सोमवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और वे रेलवे ट्रैक को जाम कर धरना पर बैठ गए।