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Varsha Patel Murder Case: बढ सकती दारोगा धर्मेंद्र सिंह की मुश्किलें, दुष्कर्म मामले को भी जोड़ने की अदालत में अर्जी

Varsha Patel Murder Case एएसआई ने वर्षा पटेल की 12 नवंबर को टेल्को क्वार्टर में गला दबाकर हत्या कर दी थी। हत्या का साक्ष्य छुपाने के लिए शव को प्लास्टिक की बोरी में बंद कर टेल्को तार कंपनी तालाब में फेंक दिया था।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 04:19 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 04:19 PM (IST)
Varsha Patel Murder Case: बढ सकती दारोगा धर्मेंद्र सिंह की मुश्किलें, दुष्कर्म मामले को भी जोड़ने की अदालत में अर्जी
अदालत से हत्या मामले मेें दुष्कर्म की धारा भी जोड़ने की अर्जी मृतक की बहन ने दी है।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के साउथ पार्क निवासी वर्षा पटेल की हत्या के मामले में एएसआई (सहायक अवर निरीक्षक) धर्मेंद्र सिंह जेल में बंद है। उसके खिलाफ वर्षा पटेल की बहन जया पटेल ने टेल्को थाना की पुलिस को हत्या मामले में कई ऐसी जानकारी उपलब्ध कराई जिसका एएसआई ने पुलिस के सामने खुलासा नहीं किया। वहीं पुलिस ने भी मामले में 164 का बयान दर्ज नहीं करवाया है। वर्षा पटेल की बहन ने जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में एक अर्जी दाखिल की है जिसमें उसने अदालत से गुहार लगाई है कि मामले में 164 के तहत उसका बयान कलमबंद किया जाए।

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इसके लिए हत्याकांड के अनुसंधान अधिकारी को निर्देश दिए जाएं। मामले में सूचक पक्ष की ओर से अधिवक्ता विद्या सिंह अदालत में मामले को देख रहे हैं। विद्या सिंह ने बताया कि अदालत से हत्या मामले मेें दुष्कर्म की धारा भी जोड़ने की अर्जी मृतक की बहन ने दी है। हत्या मामले में पुलिस ने अब तक अदालत में किसी स्वजन का बयान नहीं दर्ज कराया है। दाखिल अर्जी में जया पटेल ने बताया कि वर्षा पटेल से एएसआई ने अपनी बहन की शादी में मदद के लिए दो लाख रुपये की मदद मांगी थी। किसी तरह बहन और स्वजनों ने एक लाख 64 हजार रुपये एएसआई को दिए। 24 नवंबर को रुपये वापस करने का वायदा एएसआई ने किया था।

टेल्को के क्वार्टर में गला दबाकर की गयी थी हत्या

गौरतलब है कि एएसआई ने वर्षा पटेल की 12 नवंबर को टेल्को क्वार्टर में गला दबाकर हत्या कर दी थी। हत्या का साक्ष्य छुपाने के लिए शव को प्लास्टिक की बोरी में बंद कर टेल्को तार कंपनी तालाब में फेंक दिया था। इसके बाद छुट्टी लेकर 13 नवंबर को बिहार के आरा पैतृक आवास चला गया था। उसे हिरासत में लेकर पुलिस जमशेदपुर पहुंची थी। इसके बाद हत्या का खुलासा हुआ था।

करता था ब्लैकमेलिंग

आगे जया पटेल ने पुलिस को बताया कि परिचित रत्ना ने वर्षा से पूछा कि इतने रुपये क्यों दिया तो जवाब में वर्षा ने कहा कि धर्मेंद्र सिंह ने दोस्ती का गलत फायदा उठाते हुए गलत नीयत से फोटो धोखे से रख लिया था जिसे लेकर बराबर परेशान करता है और ब्लैकमेलिंग करता था। धमकी भी देता है। वह घर में ये बता नहीं सकती थी। कारण धर्मेंद्र सिंह को स्वजन अच्छा मानते हैं। धर्मेंद्र खुद को अविवाहित बताता था। अपने लिए अच्छी लड़की ढूंढने की बात कहता था। हत्या मामले में पुलिस को धर्मेंद्र कुमार ने कई वास्तविक बातों को छुपाया है और गुमराह करने का प्रयास किया है। बताया कि 12 नवंबर के बाद जब बहन नहीं लौटी तो कई बार एएसआई को फोन किया गया। वह अंजान बना रहा। खुद को निर्दोष बताता रहा। एएसआई ने दोस्ती की आड़ में बहन के साथ गलत किया। विश्वासघात किया। बेेरहमी से बहन की हत्या कर दी।


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