जान है जो जहान है: जान बचानी है तो ब्रांडेड हेलमेट पहनें
सस्ते हेलमेट लोगों की जान ले रहे हैं। हादसे में बाइक सवार के गिरते ही टूट जाने वाले इन जानलेवा हेलमेट का शहर में खूब कारोबार हो रहा है।
जमशेदपुर (मुजतबा हैदर रिजवी)। शहर में इन दिनों आए दिन होने वाले हादसों में लोगों की जान जा रही है। सस्ते हेलमेट लोगों की जान ले रहे हैं। हादसे में बाइक सवार के गिरते ही टूट जाने वाले इन जानलेवा हेलमेट का शहर में खूब कारोबार हो रहा है।
यही नहीं, बिष्टुपुर और साकची की बड़ी दुकानों में भी सस्ते हेलमेट में ब्रांड का स्टीकर लगा कर बेचा जा रहा है। शहर में इन दिनों यातायात पुलिस बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों के खिलाफ अभियान चला रही है। इसके बाद भी लोग मान नहीं रहे हैं। यातायात पुलिस के आंकड़े के अनुसार रोज 250 से ज्यादा दोपहिया वाहन सवार बिना हेलमेट पकड़े जाते हैं।
मानगो वेलफेयर मिशन के डा. अफरोज शकील ने दो साल पहले हेलमेट पहन कर वाहन चलाने को लेकर जागरूकता अभियान चलाया था। वो बताते हैं कि दोपहिया वाहनों को चलाने वालों के लिए ब्रांडेड हेलमेट पहनना जरूरी है। यातायात पर जागरूकता अभियान चलाने वाले शंकर दुबे का कहना है कि कार या जीप में बैठे सभी लोगों को सीट बेल्ट बांधना चाहिए। बच्चों को आगे की सीट पर नहीं बैठाना चाहिए। बच्चे जहां तक संभव हो पीछे की सीट पर ही बैठें तो महफूज रहेंगे। लोगों को समझना होगा कि उनकी जिंदगी बेहद कीमती है। नियम का पालन करें वरना खाली होगी जेब
शहर में वाहन दौड़ाने के लिए परिवहन के नियमों का पालन अगर नहीं किया गया तो पकड़े जाने पर परेशानी उठानी पड़ेगी। आपकी जेब खाली हो जाएगी। ट्रैफिक इंस्पेक्टर भरत राम ने बताया कि बिना हेलमेट तीसरी बार पकड़े जाने पर लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। शहर में कई लोग ऐसे हैं जो बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने में अपनी शान समझते हैं। डीटीओ दिनेश रंजन कहते हैं कि उन्हें समझना चाहिए कि वह अपनी जिंदगी से खिलवाड़ नहीं करें और हेलमेट लगा कर चलें। लोग जुर्माना देना ठीक समझते हैं और हेलमेट नहीं लगाते हैं। यह ठीक नहीं है।
फाइन चार्ट
बिना हेलमेट होने पर
100 से 300 रुपये
बिना लाइसेंस
500 से 1000 रुपये
दोपहिया पर दो से अधिक सवारी
300 रुपये
नो पार्किंग जोन में बाइक खड़ी की तो
100 रुपये से 300 रुपये तक
सेल फोन पर बात करते वाहन चलाया तो
1000 रुपये
वाहनों में काला शीशा है तो
1000 रुपये
पालन करने हैं यातायात के ये नियम
-बिना हेलमेट दोपहिया वाहन नहीं चलाएं
-नशे में गाड़ी नहीं चलाएं
-दोपहिया वाहन पर दो से ज्यादा सवारी मत बैठाएं
-बिना लाइसेंस के गाड़ी नहीं चलाएं
-ट्रैफिक सिग्नल का पालन करें
-दोपहिया वाहन चलाते वक्त सेल फोन पर बात नहीं करें
-गाड़ी चलाते वक्त अपनी लेन मत बदलें
-वाहन में प्रेशर हार्न मत लगाएं
-नो पार्किंग जोन में गाड़ी मत खड़ी करें
हर साल होती हैं 270 मौतें
हर साल शहर में सड़क हादसे में औतसन 270 मौतें होती हैं। इनमें से ज्यादातर मौतें सिर में चोट लगने से होती हैं। इस साल सबसे ज्यादा मौतें एनएच 33 पर हुई हैं। मरने वालों में दोपहिया सवारों की संख्या सबसे अधिक है। इसीलिए, हेलमेट लगाना बेहद जरूरी है।