टाटा कमिंस में आपस में भिड़े यूनियन नेता, प्रबंधन ने लिया ये हार्ड एक्शन Jamshedpur News
टाटा कमिंस यूनियन में विवाद खतरनाक मोड़ पर जा पहुंचा। यूूनियन नेता आपस में भिड़ गए। एक को प्रबंधन ने थमाया निलंबन पत्र अन्य तीन के घर भेजा लेटर।
जमशेदपुर, जासं। टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन का आपसी विवाद अब चरम पर आ गया है। इसका नजारा बीते बुधवार को टेल्को क्लब में देखने को मिला। यूनियन नेता आपस में उलझ गए तथा अधिकारियों के सामने ही मारपीट करने लगे। धक्का- मुक्की व मारपीट की वजह से इसमें शामिल एक नेता को काफी चोट लगी। इसकी वजह से उसके नाक से खून बहने लगा तो चेहरे पर खरोंच के निशान भी बन गए। फिर उसका टाटा मोटर्स अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया। दूसरे दिन गुरुवार को मारपीट में शामिल यूनियन के चारों नेताओं पर प्रबंधन ने कार्रवाई भी कर दी है। इसमें से एक पदाधिकारी को चार्जशीट विथ पेंडिंग इंक्वारी का पत्र थमाया गया है जबकि तीन का लेटर उनके घर पर भेज दिया गया है।
जानकारी हो कि कर्मचारियों के सालाना बोनस को लेकर बीते बुधवार की रात टेल्को क्लब में प्रबंधन-यूनियन का एक भोज कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उसी दौरान यूनियन के दो नेता क्लब से बाहर निकले तथा आपस में उलझ गए। हो-हल्ला सुनकर पहले यूनियन के दो अन्य नेता भी पहुंच गए तथा एक-दूसरे का पक्ष लेकर वे भी मारपीट करने लगे। देखते-देखते क्लब में शामिल यूनियन के सभी नेता व कंपनी के अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर मारपीट का नजारा देखने लगे। बेल्ट निकाल कर चलाने से लेकर गाली -गलौज करने का हाई-वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। प्रबंधन के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ।
दूसरे दिन हुई मामले की छानबीन
मारपीट घटना के दूसरे दिन गुरुवार को कंपनी में प्लांट हेड के निर्देश पर पूरे मामले की छानबीन से लेकर घटना की पूरी जानकारी ली गई। तय हुआ कि मारपीट में शामिल चारों नेताओं पर कार्रवाई की जाए। उसके बाद नेताओं पर कार्रवाई की गई। हालांकि यूनियन के शेष नेता चार को छोड़कर मामले को ठंडे बस्ते में रखने के लिए काफी जोर-आजमाइश की, लेकिन उनकी नहीं चली। यूनियन नेताओं ने देर शाम तक आपस में बैठक कर कार्रवाई पर रोक लगाने की सहमति बनाई, लेकिन प्रबंधन के सामने उनकी नहीं चली।
बहुत पहले से जारी है विवाद
टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन दो खेमा (मनोज-अरुण) में बंटा हुआ है। यहां पहले से ही पद को लेकर शह - मात का खेल जारी है। आपसी विवाद की वजह से ही यूनियन की कमेटी भंग कर स्टीयङ्क्षरग कमेटी बनाई गई। इधर कर्मचारीपुत्रों के निबंधन पर यूनियन में दो फाड़ बना हुआ है। कुछ दिन से यूनियन-प्रबंधन के बीच ग्रेड पर वार्ता जारी है। यूनियन एक खेमा कर्मचारीपुत्रों के निबंधन मामले में डाटा कलेक्शन करने की मांग पर अड़ा है जबकि दूसरा खेमा निबंधन मामले को छोड़कर ग्रेड वार्ता आगे बढ़ाने की बात कर रहा था। इसी पर वार्ता बंद थी लेकिन दो दिन पूर्व वार्ता शुरू हुई थी।