Corona से बचाव के लिए Jamshedpur के TWU स्कूल के छात्रों ने बनाया अनोखा बेल्ट, जानिए कैसे करता है काम
Fight Against Corona. इस डिवाइस में यूआर सेंसर लगा हुआ है। इसमें एक इमीटर और दूसरा कलेक्टर हे। जैसे ही कोई व्यक्ति संपर्क में आएगा तो मीटर से निकली हुई किरणें रिफ्लेक्ट हो जाएगी और यूवी सेंसर उसे डिटेक्ट करेगा। जिससे बीप की ध्वनि निकलने लगेगी।
वेंकटेश्वर राव, जमशेदपुर। Fight Against Corona निजी व सरकारी स्कूल खुल गए हैं, लेकिन कोविड -19 का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। चाहे वह अभिभावक हों या शिक्षक, सभी बच्चों की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं। मास्क पहनना और शारीरिक दूरी सबसे प्रभावी निवारक उपाय साबित हुआ है। बच्चों ने धीरे-धीरे मास्क पहनने की आदत डाल ली है, लेकिन दिन भर शारीरिक दूरी बनाए रखना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में एक सरकारी स्कूल ने एक छोटा सा इनोवेशन किया है।
यह इनोवेशन अन्य स्कूलों एवं संस्थाओं को भा रहा है। जमशेदपुर के कदमा स्थित टाटा वर्कर्स यूनियन (टीडब्ल्यूयू) उच्च विद्यालय की विज्ञान शिक्षिका शिप्रा मिश्रा के मार्गदर्शन में छात्रों ने एक बेल्ट तैयार किया है। विज्ञान शिक्षिका ने स्कूल में शारीरिक दूरी पालन करने की चुनौतियों के बारे में छात्रों से चर्चा की तथा इसके निवारण का उपाय ढूंढने को कहा। दो-तीन छात्रों की ओर से इस पर सुझाव आए और इस पर अमल प्रारंभ हुआ तो एक बेल्ट तैयार हुआ। इस बेल्ट को बनाने की प्रारंभिक लागत 700 रुपए लगी। यह बेल्ट तीन छात्रों द्वारा यूवी सेंसर का उपयोग करके बनाया गया है। इस बेल्ट में सेंसर, नैनो ऑर्डिनो और चार्जेबल बैटरी लगाई गई है।
बेल्ट शारीरिक दूरी बनाए रखने में बहुत उपयोगी
इस बेल्ट को पहनकर जब छात्र परिसर के चारों ओर घूमते हैं। जैसे ही वे करीब आते हैं और दूरी पांच-छह फीट से कम होती है, डिवाइस में बीप साउंड बज उठता है। यह बेल्ट शारीरिक दूरी बनाए रखने में बहुत उपयोगी साबित होगा। खासकर स्कूलों में एवं बाजारों में यह उपयोगी साबित हो सकता है। बेल्ट का इनोवेशन करने वाले अरुण कैवर्त, अरुण चंद्रा, विशाल व देव ने बताया कि हमें भी कोरोना से बचाव को कुछ करना था, ताकि दुबारा फिर से स्कूल बंद न हो सके। इस कारण हमने इस योजना पर काम किया तथा लगभग एक माह के अंदर इस पूरे प्रोजेक्ट को मूर्त रूप दे दिया।
चुनौती का हो सकेगा सामाना : शिप्रा
टाटा वर्कर्स यूनियन उच्च विद्यालय की विज्ञान शिक्षिका शिप्रा मिश्रा का दावा है कि छात्रों द्वारा बनाया गया यह बेल्ट आने वाले दिनों कोविड़ की चुनौती का सामना करने में सहायक सिद्ध होगा। सोसाइटी में शारीरिक दूरी का पालन करना सबसे बड़ी चुनौती थी। यह बेल्ट अब इसे लेकर लोगों को अलर्ट करेगी। बेल्ट के बीप साउंड के लिए दूरी को कम या ज्यादा भी किया जा सकता है।
उपायुक्त को सौंपी जाएगी विस्तृत रिपोर्ट
शिक्षिका शिप्रा मिश्रा का कहना है कि प्रयोग के तौर पर अभी मात्र एक बेल्ट बना है। बेल्ट को देखने वाले संस्थानों ने स्कूल की शिक्षिाका को अब तक 15 बेल्ट बनाने का ऑडर्र दे चुके हैं। बेल्ट बनाने के कार्य में इनर व्हील क्लब ने सहयोग का आश्वासन दिया है। इस प्रोजेक्ट की विस्तृत रिपोर्ट उपायुक्त को भी सौंपी जाएगी। यह बेल्ट पूरे समाज के लिए लाभदायक साबित होगा।
ऐसे काम करेगा यह डिवाइस
इस डिवाइस में यूआर सेंसर लगा हुआ है। इसमें एक इमीटर और दूसरा कलेक्टर हे। जैसे ही कोई व्यक्ति संपर्क में आएगा तो मीटर से निकली हुई किरणें रिफ्लेक्ट हो जाएगी और यूवी सेंसर उसे डिटेक्ट करेगा। जिससे कि उसमें से बीप की ध्वनि निकलने लगेगी और बच्चे अलग हो जाएंगे और इस प्रकार शारीरिक दूरी का अनुपालन होगा।