टीडब्ल्यूयू के सबसे पुराने कमेटी मेंबर ने कही ये बात, जानें कमेटी मेंबरों के बारे में क्या कहा
टाटा वर्कर्स यूनियन (टीडब्ल्यूयू) में एम भास्कर राव वर्तमान में सबसे पुराने कमेटी मेंबरों में से एक है। वे वर्ष 1985 में पहली बार चुनाव लड़े और अब तक आठ बार कमेटी मेंबर और वर्ष 2006 व वर्ष 2009 में दो बार उपाध्यक्ष भी रहे।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। टाटा वर्कर्स यूनियन (टीडब्ल्यूयू) में एम भास्कर राव वर्तमान में सबसे पुराने कमेटी मेंबरों में से एक है। वे वर्ष 1985 में पहली बार चुनाव लड़े और अब तक आठ बार कमेटी मेंबर और वर्ष 2006 व वर्ष 2009 में दो बार उपाध्यक्ष भी रहे। टाटा स्टील के आइबीएमडी सेक्शन से जीतकर आने वाले एम भास्कर राव ने बुधवार को कमेटी मीटिंग के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष पर हमला बोला है। उन्होंने बयान जारी करते हुए आने वाले चुनाव में टाटा वर्कर्स यूनियन के सदस्यों को काफी सोच समझ कर निर्णय लेने की अपील की है। बकौल एम भास्कर राव, पिछले तीन साल में यूनियन के सभी पदाधिकारियों ने मिलजुल कर कर्मचारियों का नुकसान किया। सभी समझौते पर मिल कर हस्ताक्षर किए और हर कर्मचारी का लाखों का नुकसान किया। फिर चाहे वह कर्मचारियों को 60 वर्ष के बाद एक वर्ष का मिलने वाले मेडिकल एक्सटेंशन हो या डीए फ्रिज कराना हो या फिर न्यू सीरीज ग्रेड (एनएस ग्रेड) के कर्मचारियों का नुकसान करना हो। सभी समझौतों पर इन 11 पदाधिकारियों ने मिलकर हस्ताक्षर किए। उस वक्त किसी भी पदाधिकारी ने इन समझौते का विरोध नहीं किया, लेकिन अब चुनाव आते ही ये पदाधिकारी अलग-अलग खेमों में बंट कर पक्ष और विपक्ष बनने का नाटक कर रहे हैं। ये लोग मजदूरों की समस्याओं पर कोई बात नहीं कर रहे हैं। सिर्फ दो गुट बना कर कमेटी मेंबरों को गुमराह कर रहे हैं। दोनों टीम के लोग इन समझौतों पर अपनी राय नहीं रख रहे हैं सिर्फ मुद्दों को डाइवर्ट करने का प्रयास कर रहे हैं। ये सब लोग किसी तरह सत्ता हासिल कर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं। सभी मजदूर साथियों से उन्होंने अनुरोध है कि ऐसे मजदूर विरोधी नेताओं को पहचान लें और आने वाले चुनाव में इन्हें सबक सिखाएं।