पांच पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल दो नक्सली गिरफ्तार, अबतक 11 की गिरफ्तारी
पांच पुलिस कर्मियों की हत्या में शामिल दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें हार्डकोर नक्सली सोयना सिंह सरदार उर्फ मोटू और मंगल टोपनो शामिल हैं।
जमशेदपुर, जासं। सरायकेला-खरसावां जिला के कुकड़ू हाट में बीते 14 जून को पुलिसकर्मियों पर हुए नक्सली हमले में शामिल दो नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार नक्सलियों में मंगल टोपनो उर्फ लालू तथा सोयना सिंह सरदार उर्फ मोटू शामिल है।
महाराज प्रमाणिक का करीबी माने जानेवाले दोनों को चौका थाना क्षेत्र के पालना डैम के पास से गिरफ्तार किया गया है। अबतक इस मामले में 11 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है। नक्सली हमले में पांच पुलिसकर्मी शहीद हो गये थे। शुक्रवार को आदित्यपुर के ऑटो क्लस्टर में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान सरायकेला-खरसावां के एसपी कार्तिक एस ने इस बात की जानकारी दी। प्रेस वार्ता में सरायकेला एसडीपीओ राकेश रंजन, एएसपी प्रियरंजन, चांडिल एसडीपीओ, कुकड़ू, चौका व ईचागढ़ के थाना प्रभारी के अलावा अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।
टोपनो ने पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियार से किया था हमला
आरोपी मंगल टोपनो महाराज प्रमाणिक का करीबी है। इसे जनमीलिसिया का एरिया कमांडर महाराज प्रमाणिक ने बनाया था। वारदात के दिन एक-एक पुलिसकर्मी को चार-चार नक्सलियों ने पकड़ कर हमला किया था। इस दौरान टोपनो ने भी पुलिसकर्मी पर धारदार हथियार से हमला कर उसके पास से गोली व पिस्तौल छिन लिया था। मंगल टोपनो महाराज प्रमाणिक को तार, कपड़ा, केन आदि उपलब्ध कराता था। वह हुडुंगदा तथा रायसिंदरी में हुए नक्सली वारदात में पुलिस पार्टी को निशाना कर आइडी ब्लास्ट तथा गोली बारी करने में भी शामिल था।
अमित मुंडा के साथ पुलिसकर्मी पर हमला किया था सोयना
गिरफ्तार सोयना सिंह सरदार उर्फ मोटू भी महाराज का करीबी नक्सली है। कुकड़ू नक्सली हमले की योजना बनाने से लेकर हमला करने तक के काम में शामिल था। महाराज प्रमाणिक के कहने पर ही सोयना गिरफ्तार नक्सली सुनील टुडू तथा रामू उर्फ रामनरेश को बाइक से अनिल तथा महाराज प्रमाणिक के पास अरहंजा के जंगल में लेकर गया था। कुकड़ू हाट में हुए हमले में अमित मुंडा के साथ सोयना सरदार ने पुलिसकमियों पर धारदार हथियार से हमला किया था।
पुलिस गश्ती पर धावा बोला था
सरायकेला एसपी कार्तिक ने बताया कि दोनों ही नक्सलियों ने सबसे पहले हार्डकोर नक्सली महाराज प्रमाणिक के साथ मिलकर पुलिस गश्ती पर धावा बोला था और उस हत्याकांड को अंजाम दिया था। घटना में मारे गए पुलिसकर्मियों के हथियार भी नक्सली लूट कर फरार हो गए थे, जो अब तक बरामद नहीं हुआ है।
नक्सलियों ने खुलासा किया
पुलिस के अनुसार, पकड़े गए दोनों नक्सलियों ने इस बात का खुलासा किया है कि पुलिस के जवाबी फायङ्क्षरग में नक्सली प्रदीप सवासी के आंख के ऊपर गोली लगी थी, जिससे उसकी मौत हो गयी। जिसके बाद शव को नक्सलियों ने हुडंगड़ा जंगल में ही दफना दिया था।