घाटे में चल रही जमशेदपुर की टीआरएफ कंपनी, यूनियन ने बोनस की लगाई गुहार
TRF Jamshedpur कंपनी प्रबंधन को यूनियन ने बोनस पत्र सौंप दिया है। बावजूद अभी तक प्रबंधन की ओर से बोनस पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं है। यूनियन नेताओं की पहल के बावजूद अभी तक बोनस की तिथि भी तय नहीं हुई है।
जमशेदपुर : टाटा रॉबिंस फेजर लिमिटेड कंपनी (टीआरएफ) बीते कई साल से घाटे में चल रही है। कंपनी का मामला एनसीएलटी में लंबित है। कंपनी की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ नहीं है। यहीं कारण है कि यहां 2018 व 2019 में बोनस नहीं मिला है। बीते साल 2020 में सरकारी प्रावधान के मुताबिक कर्मचारियों को 8.33 फीसद बोनस मिला। उसमें 15 हजार से ज्यादा वेतन वाले करीब 117 कर्मचारी बोनस से वंचित रह गए थे।
ऐसे इस बार टीआरएफ लेबर यूनियन कंपनी प्रबंधन को पत्र लिखकर दुर्गापूजा को देेखते हुए यहां भी बोनस कराने की गुहार लगाई है। पत्र में कहा है कि कर्मचारी अपनी पूरी तन्मया से काम कर कंपनी का उत्पादन लक्ष्य पूरा किया है, ऐसे में सभी कर्मियेां को बोनस मिलना चाहिए।
कंपनी प्रबंधन को सौंपा बोनस पत्र, नहीं हो रही वार्ता
हालांकि कंपनी प्रबंधन को यूनियन ने बोनस पत्र सौंप दिया है। बावजूद अभी तक प्रबंधन की ओर से बोनस पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं है। यूनियन नेताओं के पहल के बावजूद अभी तक बोनस की तिथि भी तय नहीं हुई है। प्रबंधन अपनी घाटे का रोना रोते हुए बोनस करने में असमर्थता जता रहा है। कोरोना को लेकर कंपनी का उत्पादन भी कम हुआ है। ऐसे में वह कम ऑर्डर का हवाला देते हुए बोनस करने में असमर्थता जाहिर कर रहा है। उधर, यूनियन नेताओं का कहना है कि अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय फिलहाल शहर से बाहर हैं उनके आते ही प्रबंधन से मिलकर बोनस पर बातचीत शुरू की जाएगी। प्रयास होगा कि सभी कर्मियों को बोनस मिले।