चकाचक होंगे पूर्वी सिंहभूम के सभी पर्यटन स्थल
पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी पर्यटन स्थल चकाचक होने वाले हैं। विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग ने मुख्यमंत्री सचिवालय के आदेश के बाद प्रस्ताव मांगा था। जिला प्रशासन ने प्रस्ताव भेज दिया है।
जमशेदपुर(जागरण संवाददाता)।पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी महत्वूपर्ण पर्यटन स्थल चकाचक होने वाले हैं। इसके लिए पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन कमर कस चुका है। कई पर्यटन स्थलों को तो विकसित करने के लिए काम शुरू भी कर दिया गया है। जिले के पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री सचिवालय के आदेश के बाद प्रस्ताव मांगा था। इसके बाद जिले के पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए जिला प्रशासन ने प्रस्ताव बना कर विभाग को भेज दिया है।
पारडीह मंदिर भी विकसित होगा
सरायकेला-खरसावा जिले में स्थित दलमा पहाड़ पारडीह काली मंदिर को भी विकसित करने की योजना है। चित्रेश्वर मंदिर को विकसित करने के लिए करीब दो साल पहले पर्यटन विभाग की ओर से दो करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे। निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जो लंबित है।भूरीडीह डैम में नौका विहार करीब आठ साल पहले शुरू किया गया था।
सुविधाएं बढ़ाने के दिए थे निर्देश
गत दिनों उपायुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में हुई पयर्टन विभाग की समीक्षा बैठक उपायुक्त ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया जिले के तमाम पर्यटन स्थलों पर शौचालय की अच्छी व्यवस्था हो यह सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने पर्यटन स्थलों की सुरक्षा के लिए स्थानीय लोगों को पयर्टन मित्र के रूप में जोड़ने का निर्देश दिया। वहीं पोटका प्रखंड स्थित जादूगोड़ा रंकिणी मंदिर में पेवर्स ब्लॉक लगाने का तेज करने को कहा। इस बात की खास ताकीद की कि जिले में जितने भी पयर्टन स्थल हैं वहा पहुंच पथ, पेयजल, शौचालय और विश्राम स्थल बनाए जाएं।
इन स्थलों के विकास की योजना
-दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण्य
-पोटका के हरिणा मंदिर मैदान में लगने वाले मेला स्थल
-पटमदा का हाथीखेदा मंदिर
-घाटशिला का भूरीडीह डैम धारागिरी जलप्रपात
-बहरागोड़ा के चित्रेश्वर मंदिर
-जमशेदपुर सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर