Top Jamshedpur News of the day 23rd January 2020, हेमंत सोरेन, नरसंहार, बालू स्टॉक, नदी में कूदा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जांच के बाद नरसंहार के पीछे के असली कारण सामने आएंगे। नरसंहार में मारे गए लोगों के शव लेने उनके परिजन नहीं आए।
जमशेदपुर (जेएनएन)। नरसंहार पीडि़तों से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि जांच के बाद असली कारण सामने आएंगे। उधर, नरसंहार में मारे गए लोगों के शव लेने उनका कोई परिजन नहीं पहुंचा। कोल्हान में बालू का स्टॉक समाप्त होने की ओर है। टोल ब्रिज से एक युवक ने कूदकर अपन जान दे दी।
बोले हेमंत-जांच के बाद पता चलेगा कि मामला पत्थलगड़ी का कुछ और
पश्चिम सिंहभूम के बुरुगुलीकेला गांव में नरसंहार पीडि़तों से मिलने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार की शाम को पहुंचे। उन्होंने गांव के लोगों से बातचीत कर घटना के बारे में जानकारी ली। बाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की नजर लगातार बनी हुई है। इस घटना में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस बात की जानकारी सामने आनी बाकी है कि इतनी बड़ी घटना के पीछे कारण क्या थे। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि मामला पत्थलगड़ी का था या कुछ और। उसी हिसाब से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। यह कार्रवाई कबतक होगी, इस सवाल पर हेमंत ने कहा कि विशेष जांच समिति गठित की जा चुकी है। हमने जल्द से जल्द रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि वास्तव में मामला क्या है। उन्होंने कहा कि भविष्य में पूरे राज्य में ऐसी घटना को रोकने के लिए पुलिस सूचना तंत्र को प्रभावी बनाया जाए। ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए।
परिजन नहीं आए मृतकों के शव लेने, प्रशासन ने गांव भेजा
नक्सल प्रभावित पश्चिमी सिंहभूम के गुदड़ी के बुरूगुलीकेरा गांव में सामूहिक नरसंहार के शिकार हुए लोगों के शव लेने परिजन चक्रधरपुर नहीं आए। प्रशासन ने अपने स्तर से इंतजाम कर सबों के शव गांव भेजे। बुधवार को बुरूगुलीकेरा गांव के समीप के जंगल से मारे गए सात लोगों के शव पोस्टमार्टम के लिए चक्रधरपुर सदर अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस लाए गए थे। रात में ही पुलिस- प्रशासन की मौजूदगी में अंत्यपरीक्षण कराया गया। शाम लगभग साढ़े छह बजे से लेकर रात आठ बजे तक सभी सात शवों का अंत्यपरीक्षण किया गया। इसके बाद शवों को रेलवे अस्पताल स्थित शीतगृह भेज दिया गया। यहां से गुरुवार को शवों को प्रशासन ने अपने स्तर से व्यवस्था कर बुरूगुलीकेरा गांव वापस भेज दिया।
बालू का खेल: रसीद 18 सौ रुपये की, देने पड़ते हैं 3600
डीटीओ, माइनिंग अधिकारी व एमबीआइ के सख्त रुख और बालू लदे हाइवा की धर पकड़ के खिलाफ कोल्हान टीपर हाइवा एसोसिएशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल हड़ताल चल रही है। हड़ताल के कारण पूरे कोल्हान में बालू की सप्लाई बंद हो गई है अैर स्टॉक भी समाप्त होने को है। एसोसिएशन के संरक्षक कंचन सिंह ने बताया कि सोनाहातु घाट में एक हाइवा में लोडिंग के लिए बालू का चालान 1800 रुपये बालू घाट से मिलता है, लेकिन हाइवा मालिकों को देने पड़ते 3600 रुपये। यदि हाइवा मालिक यह रकम नहीं देते तो उसे बालू नहीं दिया जाता। सोनाहातु घाट में प्रतिदिन 90 से 150 हाइवा लोडिंग होता है। ऐसे में दो लाख 70 हजार रुपये घाट में बैठे लीज धारक अवैध कमाई कर रहे हैं। कोल्हान में सिर्फ सोनाहातु, बुंडू व पश्चिम बंगाल से बालू आता था। बिना चालान के सोनाहातु से बालू का उठाव पर 1000 से 1500 सौ रुपये अवैध रूप से देने पड़ते हैं।
टोल ब्रिज पहुंचा युवक, साइकिल खड़ी कर कूद गया नदी में
कदमा टोल ब्रिज से गुरुवार की दोपहर के समय एक व्यक्ति खरकई नदी में कूद गया। नदी में कूदने के बाद डूबने से उसकी मौत हो गई है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची कदमा पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के समय मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक व्यक्ति कदमा की तरफ से साइकिल से आया। चप्पल उतारने के बाद साइकिल खड़ी कर नदी में छलांग लगा दी। गोताखोरों ने शव निकालने से मना कर दिया है। अब पुलिस शुक्रवार को गोताखोर लगाकर शव निकलवाने की कोशिश करेगी। गौरतलब है कि पिछले 15 दिन में टोल ब्रिज से कूदने की यह तीसरी घटना है। इससे पूर्व बर्मामाइंस का युवक भी किसी टोल ब्रिज से कूदकर जान दे दी थी।