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Tokyo Olympics 2020 : अमेरिकी तीरंदाज के सामने 140 बीपीएम की गति से धड़क रहा था दीपिका का दिल

टोक्यो ओलंपिक के दौरान भारत की स्वर्णपरी दीपिका कुमारी का दिल अमेरिकी तीरंदाज के खिलाफ दोगुने रफ्तार से धड़क रहा था। कमजोर प्रतिद्वंद्वी भूटान की तीरंदाज के खिलाफ भी वह तनाव में थी। य़ह खुलासा हार्ट रेट कैलकुलेटिंग मशीन ने की है।

By Jitendra SinghEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 06:02 AM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 06:02 AM (IST)
Tokyo Olympics 2020 : अमेरिकी तीरंदाज के सामने 140 बीपीएम की गति से धड़क रहा था दीपिका का दिल
अमेरिकी तीरंदाज के सामने 140 बीपीएम की गति से धड़क रहा था दीपिका का दिल

जितेंद्र सिंह, जमशेदपुर : विश्व तीरंदाजी महासंघ ने अब तीरंदाजी में पहली बार हार्ट रेट कैलकुलेटिंग मशीन का प्रयोग कर रहा है। इस मशीन से यह पता चलता है कि तीर चलाने समय कोई तीरंदाज किस तरह का मानसिक तनाव से गुजर रहा है।

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आपके टीवी स्क्रीन पर लाइव रहता है खिलाड़ियों के दिल की धड़कन

टोक्यो 2020 ओलंपिक में इतिहास में पहली बार भाग लेने वाले तीरंदाजों की हृदय गति (हार्ट बीट) को दर्शकों के लिए ब्रॉडकास्टिंग फीड पर प्रदर्शित किया। हार्ट रेट कैलकुलेटिंग मशीन एक तीरंदाज को बुल-आई के लिए जाने के दौरान होने वाले तनाव और दबाव को प्रदर्शित करता है। व्यक्तिगत तीरंदाजी कार्यक्रम प्रसारण स्क्रीन पर हृदय गति पर नजर रखते हैं। हार्ट रेट कैलकुलेटिंग मशीन ऐसी जगह लगाया जाता है, जहां तीरंदाजों को परेशानी नहीं हो। झारखंड के तीरंदाजी कोच हरेंद्र सिंह ने बताया कि तीरंदाज मैच के दौरान कितने तनाव में है, इससे पता चलता है। अगर खिलाड़ी ज्यादा तनाव में होता है तो खेल मनोवैज्ञानिक की मदद ली जाती है।

टोक्यो ओलिंपिक के तीरंदाजी ग्राउंड में लगाया गया हार्ट बीट कैलकुलेटिंग कैमरा।

भूटानी तीरंदाज के खिलाफ भी दबाव में थी दीपिका

स्वर्ण परी दीपिका कुमारी एक ऐसी तीरंदाज हैं, जिन्होंने पिछले दो ओलंपिक खेलों में हमेशा दबाव और परिस्थितियों के आगे घुटने टेके हैं और यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि हार्ट रेट कैलकुलेटिंग मशीन ने उन्हें अभी तक अत्यधिक तनाव में दिखाया है।

टोक्यो ओलंपिक 2020 की व्यक्तिगत तीरंदाजी की 1/32 एलिमिनेशन राउंड में भूटान की कर्मा के खिलाफ दीपिका कुमारी की हृदय गति लगभग 90bpm थी, जबकि दीपिका के सामने कर्मा काफी कमजोर प्रतिद्वंद्वी थी।

अमेरिकी तीरंदाज के खिलाफ काफी दबाव में थी दीपिका

अमेरिकी तीरंदाज जेनिफर फर्नांडीज के खिलाफ शुरुआती शॉट्स में दीपिका कुमारी की हृदय गति लगभग 70 बीपीएम (धड़कन प्रति मिनट) थी, लेकिन जब उन्होंने प्रतियोगिता को बने रहने के लिए चौथे व अंतिम सेट में परफेक्ट 10 पर निशाना साध रही थी तो उनका दिल 140 बीपीएम की गति से धड़क रहा था। जाहिर है, इस समय दीपिका काफी दबाव में थी।

दक्षिण कोरिया के शीर्ष वरीय खिलाड़ी किम जे भी मानसिक तनाव में थे

टोक्यो ओलंपिक में दीपिका कुमारी पहली तीरंदाज नहीं है जो इस तरह का दबाव झेल रही है। शीर्ष वरीयता प्राप्त दक्षिण कोरिया के किम जे देवक भी मैच के दौरान काफी तनाव में थे। उनकी हृदय गति भी लगभग 150 बीपीएम था। इस मैच में जर्मन तीरंदाज फ्लोरियन उनरुह ने 7-3 से जीत लिया।

हालांकि, इसके विपरीत, दो बार के चैंपियन किम वूजिन ने उच्च स्तर का संयम दिखाया क्योंकि मैच में उलटफेर बावजूद उनके दिल की धड़कन केवल 70 बीपीएम आसपास ही थी। दिलचस्प बात यह है कि दक्षिण कोरिया के किम वूजिन ने राउंड ऑफ 32 में केवल 70 बीपीएम दर्ज कराया। जाहिर है, वह मैच के दौरान अत्यंत संयमित थे।

तीरंदाजी मैदान पर चारों ओर लगे हैं कैमरे

टोक्यो ओलंपिक के तीरंदाजी मैदान पर चारों ओर हृदय गति को मापने कैमरे स्थापित किया गया है। ये कैमरे खिलाड़ी के दिल की धड़कन के अलावा, त्वचा के रंग में बदलाव और खिलाड़ी की गतिविधि पर पैनी नजर रख डाटा इकट्ठा करता है। कोच हरेंद्र सिंह कहते हैं, तीरंदाजी में इस तकनीक का प्रयोग से खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार होगा, और तनाव प्रबंधन करने में आसानी होगी।


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