Solar Eclipse: कल है सूर्यग्रहण, जानिए जमशेदपुर सहित झारखंड, बिहार एवं बंगाल में क्या होगा असर
10 जून यानी बुधवार को सूर्यग्रहण है लेकिन यह झारखंड बिहार बंगाल ओडिशा में नहीं दिखेगा। भारत में यह अरुणाचल प्रदेश व लद्धाख में ही नजर आएगा। यह साल का पहला सूर्यग्रहण है। पूर्णरूप से यह सूर्यग्रहण उत्तरी अमेरिका यूरोप और एशिया के बड़े क्षेत्र में देखा जा सकेगा।
जमशेदपुर, जासं। दस जून को लगने वाला सूर्यग्रहण झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल व ओडिशा के साथ-साथ कई राज्यों में दिखाई नहीं पड़ेगा। यह सिर्फ अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख के कुछ हिस्सों में ही सूर्यास्त से कुछ समय पहले दिखाई देगा। यह साल का पहला सूर्यग्रहण है जो वलयाकार होगा।
यह खगोलीय घटना तब होती है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। एमपी बिरला तारामंडल के निदेशक देवीप्रसाद दुरई के अनुसार अरुणाचल प्रदेश में दिबांग वन्यजीव अभयारण्य के पास से शाम लगभग 5:52 बजे इस खगोलीय घटना को देखा जा सकेगा। वहीं, लद्दाख के उत्तरी हिस्से में शाम लगभग 6.15 बजे सूर्यास्त होगा। शाम लगभग छह बजे सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा। पूर्णरूप से यह सूर्यग्रहण उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया के बड़े क्षेत्र में देखा जा सकेगा।
होगी वट सावित्री व शनि देव की पूजा
दस जून को वट सावित्री, अमावश्या तथा शनि जन्मोत्सव है। भारत में ग्रहण का प्रभाव नहीं होने के कारण व्रत त्योहार मनाने पर कोई रोक नहीं है। ज्योतिषाचार्य पंडित रमाशंकर तिवारी के मुताबिक चूंकि इसका प्रभाव भारत के दो स्थानों को छोड़कर और कहीं नहीं है। इस कारण पूजा-पाठ व व्रत त्योहार निर्धारित समय व प्रक्रिया के अनुसार ही होंगे।
अगला सूर्यग्रहण भी भारत में नहीं दिखेगा
वर्ष 2021 का दूसरा और अंतिम सूर्यग्रहण चार दिसंबर को है। यह भी भारत में नहीं दिखेगा। यह अंटाकर्टिका, दक्षिण अफ्रीका, अटलांटिक के दक्षिणी भाग, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में ही नजर आएगा।
चार राशियों पर सबसे ज्यादा प्रभाव
दस जून का सूर्यग्रहण वृष राशि में ही लग रहा है। इस कारण इस राशि के जातकों को ग्रहण के प्रभाव से बचने का विशेष ध्यान रखना होगा। इसके अलावा मिथुन, तुला राशि और मकर राशि पर भी अपना प्रभाव छोड़ेगा। इन राशियों के जातकों को सेहत से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मन अशांत रहेगा। दांपत्य जीवन में तनाव होगा। साथ ही आर्थिक नुकसान की भी उम्मीद है।