Happy Birthday : मर्सी के कंसलटेंट गायनोकोलोजिस्ट डा. ज्ञान रंजन का आज है जन्म दिन
डा. ज्ञान रंजन पटनायक शहर के कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए है। एक अच्छे गायनोाकोलोजिस्ट हैं। 25 जनवरी को उनका जन्म दिन है। उनकी शिक्षा बिष्टुपुर केएमपीएम हाईस्कूल से हुई है। मेडिकल की पढ़ाई ओडिशा से हुई है। सामाजिक कार्यो में आगे रहते हैं।

जमशेदपुर, जासं। ओडिशा सरकार के अधीन विभिन्न आदि जनजाति बहुल क्षेत्रों में अपनी स्वास्थ्य सेवा देने वाले डा. ज्ञान रंजन पटनायक का मंगलवार को जन्म दिन है। उनका जन्म 25 जनवरी 1974 को हुआ था। उनके पिता झाडेश्वर मोहन पटनायक टाटा स्टील से सेवानिवृत्त हुए थे। मां स्व. आरती पटनायक डीएम मदन स्कूल की शिक्षिका थी। उनका विवाह 13 दिसंबर को 2004 को निशा पद्या के साथ हुआ। एक बेटा है जो यूकेजी में पढ़ता है। वर्तमान में डा. ज्ञानरंजन मर्सी अस्पताल बारीडीह के कंसलटेंट गायनोकोलोजिस्ट हैं। पूरा परिवार कदमा में रहता है।
केएमपीएम हाईस्कूल से की पढ़ाई
डा. ज्ञानरंजन पटनायक ने हाईस्कूल तक की शिक्षा बिष्टुपुर स्थित केएमपीएम हाईस्कूल से की। उसके बाद वे ओडिशा चले गए। एमबीबीएस की पढ़ाई एससीबी मेडिकल कालेज कटक तथा एमडी की पढ़ाई वीएससी मेडिकल कालेज बुर्ला से की।
चिकित्सक के बावजूद ग्रामीण क्षेत्र में रही सेवा करने की दिलचस्पी
एक अच्छे चिकित्सक होने के बावजूद उनकी दिलचस्पी ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने को लेकर रही। खासकर आदिम जनजाति के गरीब परिवारों के बीच रहकर उन्होंने यह कार्य किया। ओडिशा के रायगढ़ा एवं मयूरभंज जैसे जिलों के ग्रामीण क्षेत्र में अपना सामाजिक दायित्व निभाते हुए ग्रामीणों को यथासंभव स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराई। वल्र्ड विजन संस्था के तत्वाधान में मयूरभंज के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब बच्चों के स्वास्थ्य सेवा पर कार्य किया। वर्ष 1998 में ओडिशा के सुपर साइक्लोन व कोविड-19 में आगे बढ़कर कार्य किया। इस दौरान निश्शुल्क चिकित्सा परामर्श भी दिया।
कदमा दुर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष हैं
डा. ज्ञान रंजन पटनायक उत्कल दुर्गा पूजा कमेटी कदमा के अध्यक्ष हैं तथा उत्कल बांधव समिति टेल्को के सलाहकार भी है। वे जमशेदपुर में ओडिया समाज के उत्थान के लिए कई संस्थाओं से जुड़े हुए है तथा अपना पूर्ण सहयोग संस्थाओं को देते हैं।
Edited By Jitendra Singh