बगैर बोनस टिमकेन कर्मियों की होगी दीवाली Jamshedpur News
टिमकेन के कर्मचारियों का इस वर्ष बोनस के बिना दीवाली बीतेगा। प्रबंधन फार्मूला बनाने की शर्त पर बोनस देने के लिए तैयार है। लेकिन यूनियन की बीस फीसद बोनस की मांग से मामला ठंडा बस्ता में पड़ा हुआ है। परिणामस्वरूप बोनस पर वार्ता भी ठप है।
जमशेदपुर (जासं) । टिमकेन के कर्मचारियों का इस वर्ष बोनस के बिना दीवाली बीतेगा। प्रबंधन फार्मूला बनाने की शर्त पर बोनस देने के लिए तैयार है। लेकिन यूनियन की बीस फीसद बोनस की मांग से मामला ठंडा बस्ता में पड़ा हुआ है। परिणामस्वरूप बोनस पर वार्ता भी ठप है। बोनस मुद्दे पर अबतक प्रबंधन और यूनियन के बीच पांच दौर की वार्ता हुई है। यूनियन ने प्रबंधन से बैलेश शीट समेत सभी आंकड़े मांगी थी।
प्रबंधन ने सभी आंकड़े व बैलेंश शीट उपलब्ध करा दिया है। इसके बावजूद यूनियन फार्मूला बनाने की दिशा में अब तक किसी प्रकार के पहल नहीं किया है। जबिक यूनियन नेताओं का कहना है कि बीते साल 19 फीसद बोनस हुआ था, जबकि इस वर्ष उससे ज्यादा रिकार्ड मुनाफा हुआ है। ऐसे में बीस फीसद बोनस मिलना ही चाहिए। सूत्रों का कहना है कि प्रबंधन ने दो टूक कहा है कि कंपनी का वार्षिक वित्तीय परिणाम की घोषणा हो चुकी है। यूनियन अगले साल के लिए बोनस फार्मूला बनाये। इस वर्ष का बोनस फिर तय कर लिया जाएगा। प्रबंधन ने गेंद यूनियन के पाले में डाल दिया है।
पिछले साल कर्मचारियों को दुर्गापूजा के दौरान बोनस की राशि मिली थी. इस साल कोविड-19 की वजह से कर्मचारियों के वेतन में कटौती, लीव इनकैशमेंट का लाभ पर रोक लगा दी गयी। प्रबंधन और यूनियन के बीच चल रहा टकराव श्रम विभाग तक गया। हालांकि बाद में कटौती की राशि प्रबंधन ने कर्मचारियों के खाते में भेज दी।
लीव इनकैशमेंट का लाभ भी कर्मियों को मिलने लगा,लेकिन प्रबंधन और यूनियन के बीच कर्मचारियों के 38 माह से लंबित ग्रेड रिवीजन पर अब तक सहमति नहीं बन सकी है. अब बोनस को लेकर मामला फंस गया है. फार्मूला नहीं बनने से कर्मचारियों को अब तक बोनस की राशि पाने से वंचित है. कंपनी को 306 करोड़ मुनाफा होने के बावजूद अब तक कर्मचारियों को बोनस नहीं मिलने से आक्रोश व्याप्त है.